हाथरस सत्संग कांड में आया नया मोड़, कोर्ट करेगी सुनवाई, जानें क्या है पूरा मामला
हाथरस सत्संग हादसे मामले में कोर्ट में 4 अक्टूबर को सुनवाई. इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी,
हाथरस जिले के सिकंदराराऊ इलाके में 2 जुलाई को सत्संग का आयोजन किया गया था, इस दौरान भगदड़ मच गई थी. इस भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई थी. इस हादसे की चर्चा देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हुई थी. इस हादसे के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही थी, जिसके बाद अब पुलिस ने इस मामले में 1 अक्टूबर को 3200 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. पुलिस की ओर से दाखिल चार्जशीट में इस हादसे के लिए 11 लोगों को आरोपी बनाया गया है. वहीं पुलिस ने इस हादसे में 676 लोगों को गवाह बनाया है.
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हाथरस सत्संग हादसे मामले में कोर्ट में 4 अक्टूबर को सुनवाई. इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी, पुलिस ने इस घटना में मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर को मुख्य आरोपी बनाया है. इस संबंध में दर्ज एफआईआर में नारायण साकार हरि भोले बाबा उर्फ सूरजपाल का नाम नहीं है, जिनके सत्संग में लाखों लोगों की भीड़ जुटती थी. चर्चा का विषय यह भी है कि जिस बाबा के सत्संग में यह हादसा हुआ, उसका नाम एफआईआर में क्यों नहीं शामिल किया गया। वहीं, भगदड़ में 121 लोगों की मौत के बाद पुलिस ने मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर को घटना का जिम्मेदार मानते हुए 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
हाथरस में सत्संग में भगदड़ को लेकर पुलिस ने दाखिल की चार्जशीट, कोर्ट करेगी सुनवाई
हाथरस में 2 जुलाई को आयोजित सत्संग में भगदड़ के दौरान 121 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने अब 3200 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है। दाखिल की गई चार्जशीट में पुलिस ने 11 लोगों को इस हादसे का आरोपी बनाया है। वहीं, 676 लोगों को गवाह बनाया है। साथ ही, इस मामले की सुनवाई 4 अक्टूबर को कोर्ट में होगी।
हाथरस में सत्संग में भगदड़ को लेकर पुलिस ने दाखिल की चार्जशीट, कोर्ट करेगी सुनवाई
हाथरस जिले के सिकंदराराऊ इलाके में 2 जुलाई को सत्संग का आयोजन किया गया था, इस सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई थी.इस हादसे की चर्चा देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हुई थी. इस हादसे के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही थी, जिसके बाद अब पुलिस ने 1 अक्टूबर को इस मामले में 3200 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है.
दायर चार्जशीट में पुलिस ने 11 लोगों को इस हादसे का आरोपी बनाया है. वहीं, पुलिस ने इस हादसे में 676 लोगों को गवाह बनाया है.
F.I.R दर्ज
इस मामले में पुलिस ने मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर को इस घटना का मुख्य आरोपी बनाया है. इस संबंध में दर्ज की गई FIR में नारायण साकर हरि भोले बाबा उर्फ सूरजपाल का नाम नहीं है, जिनका सत्संग वहां लाखों लोगों ने सुना था. चर्चा का विषय यह भी है कि जिस बाबा के सत्संग में यह हादसा हुआ, उसका नाम एफआईआर में क्यों दर्ज नहीं किया गया। भगदड़ में 121 लोगों की मौत के बाद पुलिस ने मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर को घटना का जिम्मेदार मानते हुए 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
कैसे मची भगदड़?
हाथरस के सिकंदराराऊ के फुलेराई गांव में 2 जुलाई को यह सत्संग आयोजित किया गया था। भोले बाबा के सत्संग में शामिल होने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी थी। इस भीड़ में महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग सभी शामिल थे। सत्संग खत्म होते ही लोगों को गर्मी और उमस का अहसास होने लगा, जिसके बाद लोगों में भगदड़ मच गई। भगदड़ के बाद लोग भागने लगे और एक-दूसरे को कुचलने लगे। इस हादसे में 121 लोगों की मौत हो गई। कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया।