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यूपी में ‘दो लड़को’ ने बढ़ाई सियासी तपिश, मुकाबला हुआ दिलचस्प, फूलपुर और प्रयागराज में जुटी भीड़ ने तोड़ा रिकॉर्ड

उत्तर प्रदेश के सियासी मैदान में ‘दो लड़कों’ की जोड़ी कमाल करती नजर आ रही है। लोकसभा चुनाव में दोनों लड़कों ने सियासी तपिश को बढ़ा दिया है। 

यूपी में ‘दो लड़को’ ने बढ़ाई सियासी तपिश, मुकाबला हुआ दिलचस्प, फूलपुर और प्रयागराज में जुटी भीड़ ने तोड़ा रिकॉर्ड

उत्तर प्रदेश के सियासी मैदान में ‘दो लड़कों’ की जोड़ी कमाल करती नजर आ रही है। लोकसभा चुनाव में दोनों लड़कों ने सियासी तपिश को बढ़ा दिया है। चुनाव का पहला चरण पश्चिमी यूपी से शुरू हुआ तो काफी फीका लग रहा था, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव चरण दर चरण बढ़ा, मुकाबला दिलचस्प हो गया। इस चुनाव को रोचक और सियासी तपिश पैदा करने में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भूमिका मानी जा रही है। भीषण गर्मी के बीच राहुल-अखिलेश की फूलपुर रैली में जिस तरह भीड़ जुटी, उससे चुनाव का सियासी पारा बढ़ गया ।

अमरोहा से शुरु हुई सियासी हलचल

यूपी में कांग्रेस सपा के साथ गठबंधन करके चुनावी मैदान में उतरी हैं। कांग्रेस 17 सीटों पर जबकि सपा 63 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। राहुल और अखिलेश की संयुक्त रैली का आगाज पश्चिमी यूपी के अमरोहा क्षेत्र से हुआ था, लेकिन सियासी हलचल कन्नौज ने पैदा की। कन्नौज सीट पर अखिलेश के पक्ष में रैली करके राहुल गांधी ने सियासी माहौल को गर्म कर दिया। इसके बाद से राहुल-अखिलेश की जोड़ी तबड़तोड़ रैली शुरू कर सियासी फिजा को इंडिया गठबंधन के पक्ष में बनाने की कवायद करती नजर आई।

फूलपुर और प्रयागराज में टूटा रिकॉर्ड

राहुल और अखिलेश रविवार को फूलपुर और प्रयागराज लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन के लिए प्रचार के लिए पहुंचे थे। भीषण गर्मी के बीच जिस तरह से रैली में भीड़ जुटी, सारे रिकॉर्ड टूट गए। सपा और कांग्रेस समर्थक मंच तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे और बैरिकेड्स टूट गई। यह तब हुआ जब अखिलेश और राहुल कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।

जब राहुल ने लिया अखिलेश का इंटरव्यू

अखिलेश-राहुल भले ही फूलपुर और प्रयागराज की रैली में माइक टूट जाने के चलते भाषण न दे सके हों, लेकिन जिस तरह दोनों नेता आपस में बातचीत करते नजर आए, उसके जरिए एक बेहतर तालमेल का संदेश दिया। रैली में जब माइक खराब हो गया और भाषण देना मुश्किल हो गया तो राहुल ने अखिलेश यादव से ही तमाम मुद्दों पर सवाल पूछने शुरू कर दिए। अखिलेश ने बातचीत के दौरान दावा किया कि पीएम मोदी जितनी बार दो लड़कों की जोड़ी कह रहे हैं, उतना ही युवा हमारे साथ जुड़ रहा है।

वाराणसी,आजमगढ़ और गोरखपुर पर नजर

राहुल और अखिलेश की संयुक्त रैली अभी तक अमरोहा, झांसी, कन्नौज, कानपुर, अमेठी और रायबरेली में हुईं। वाराणसी, गोरखपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीट पर भी दोनों नेता एक साथ नजर आएंगे। दोनों ही नेता मोदी सरकार और बीजेपी पर काफी आक्रमक नजर आ रहे हैं। कांग्रेस और सपा फूलपुर और प्रयागराज की रैली में जुटी भीड़ के फोटो शेयर करके सियासी माहौल बना रही है।

अखिलेश ने सेट किया पीडीए का एजेंडा

उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के वोटों को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हैं। पीडीए यानी पिछड़ा दलित-अल्पसंख्यक का एजेंडा सेट किया है। राहुल कहते हैं कि देश में पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों की आबादी 88 फीसदी है, लेकिन उनकी भागीदारी उतनी नहीं है। दोनों नेता सामाजिक न्याय का नारा बुलंद कर रहे हैं। इसके अलावा बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं कि मोदी सरकार अगर तीसरी बार सत्ता में आई तो संविधान बदल देगी और आरक्षण खत्म कर देगी। इस नैरेटिव को स्थापित करने में कामयाब भी रहे है।