BUDGET 2024: बदलाव की बयार, बजट में सस्ती हुईं कैंसर की दवा, कई और के दाम कम
लोकसभा में केंद्रीय बजट 2024-24 पेश करते हुए, सीतारमण ने मेडिकल एक्स-रे मशीनों में इस्तेमाल होने वाले एक्स-रे ट्यूब और फ्लैट पैनल डिटेक्टरों पर मूल सीमा शुल्क भी कम कर दिया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बढ़ती स्वास्थ्य जरूरत और लागत से जूझ रहे रोगियों को राहत देने के उद्देश्य से तीन प्रमुख जीवन रक्षक कैंसर दवाओं पर सीमा शुल्क हटा दिया।
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लोकसभा में केंद्रीय बजट 2024-24 पेश करते हुए, सीतारमण ने मेडिकल एक्स-रे मशीनों में इस्तेमाल होने वाले एक्स-रे ट्यूब और फ्लैट पैनल डिटेक्टरों पर मूल सीमा शुल्क भी कम कर दिया।
एस्ट्राजेनेका द्वारा निर्मित तीन कैंसर दवाएं- ट्रैस्टुज़ुमैब डेरक्सटेकन, ओसिमर्टिनिब और ड्यूरवालुमैब काफी महंगी हैं। तीन दवाओं पर पहले 10% का आयात कर लगता था। सरकार के बजट में उठाए गए कदम से ये सस्ते हो जाएंगे।
उच्च मृत्यु दर
विश्व स्वास्थ्य संगठन इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (आईएआरसी) के ग्लोबोकैन 2022 के आंकड़ों के अनुसार, भारत में हर साल 14.13 लाख नए कैंसर रोगी सामने आते हैं, जबकि वार्षिक मृत्यु दर 9.16 लाख है।
भारत में हर साल लगभग 2 लाख महिलाओं में स्तन कैंसर का पता चलता है। देर से शादी, शराब और धूम्रपान, अपर्याप्त स्तनपान जैसी खराब जीवनशैली महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन पैदा करती है, जिससे संभावित रूप से उनमें स्तन कैंसर होता है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली में ऑन्कोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. अभिषेक शंकर ने कहा, ‘अधिक दवाओं पर सीमा शुल्क को पूरी तरह से हटाने का सरकार का निर्णय कैंसर रोगियों पर वित्तीय बोझ को कम करने के लिए एक बड़ी राहत है। यह घोषणा स्वास्थ्य देखभाल की सामर्थ्य और महत्वपूर्ण दवाओं तक पहुंच पर बढ़ती चिंताओं के बीच आई है।
हम इस कदम का स्वागत करते हैं, रोगियों के परिणामों में सुधार लाने और कैंसर से जूझ रहे परिवारों पर वित्तीय तनाव कम करने की इसकी क्षमता को ध्यान में रखते हुए। यह निर्णय सरकार द्वारा देश भर में स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच और सामर्थ्य को प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है” ।