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धर्म परिवर्तन का बनाया दबाव, मेव समाज ने रायसिख परिवार पर किया जानलेवा हमला, प्रशासन से कार्रवाई की मांग

अलवर जिले के टपूकड़ा थाना क्षेत्र में एक गंभीर धर्म परिवर्तन विवाद सामने आया है, जिसमें मेव समाज के लोगों ने रायसिख समाज के एकमात्र परिवार पर जानलेवा हमला किया। हमलावरों ने धर्म परिवर्तन का दबाव बनाते हुए परिवार के सदस्यों पर लाठी-डंडों और फरसी से हमला किया।

धर्म परिवर्तन का बनाया दबाव, मेव समाज ने रायसिख परिवार पर किया जानलेवा हमला, प्रशासन से कार्रवाई की मांग

धर्म परिवर्तन के विवाद में अलवर जिले के टपूकड़ा थाना क्षेत्र से गंभीर मामला सामने आया है, जहां मेव समाज के लोगों ने रायसिख समाज के एक परिवार पर जानलेवा हमला किया। यह घटना सोमवार सुबह करीब 10 बजे बीबीपुर गांव में हुई, जहां मेव समाज के लगभग 500 से 700 घर हैं, जबकि रायसिख समाज का केवल एक ही परिवार निवास करता है।

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रायसिख परिवार पर किया हमला

स्थानीय निवासी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वे अपने घर में आराम कर रहे थे, तभी मेव समाज के लोग उनके खेत में काम कर रहे थे। अचानक, उन्होंने रायसिख परिवार पर लाठी-डंडों और फरसी से हमला कर दिया। हमलावरों ने धर्म परिवर्तन का दबाव बनाते हुए कहा, "तुम लोग हमारे समाज में शामिल हो जाओ और मुसलमान बन जाओ, नहीं तो हम तुम्हें जिंदा नहीं छोड़ेंगे।" यह पहली बार नहीं है, बल्कि दस दिन पहले भी इसी मुद्दे पर झगड़ा हो चुका था। सुरेंद्र और उनकी पत्नी परमजीत ने पुलिस को इस मामले की शिकायत दी थी, लेकिन टपूकड़ा पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।

धार्मिक आस्था को लेकर किया उत्पीड़न

हमले में घायल महिला परमजीत ने आरोप लगाया कि हमलावर उनकी धार्मिक आस्था को लेकर लगातार उत्पीड़न कर रहे हैं और यहां तक कि उनके घर के सामने गाय को काटने का काम भी करते हैं। फिलहाल, दोनों घायलों का इलाज अलवर के जिला अस्पताल में चल रहा है।

अलवर के पूर्व विधायक ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात

इस घटना के बाद, अलवर के पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल घायल परिवार से मिलने अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घटना की कड़ी निंदा करते हुए प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की। सिंघल ने कहा, "यदि प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की, तो हम उग्र आंदोलन करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।" उन्होंने बताया कि यह परिवार क्षेत्र में अकेला है और उन्हें चैन से जीने नहीं दिया जा रहा है।