Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

Trending Web Stories और देखें
वेब स्टोरी

आज के दिन ही हुई थी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की मौत, हत्या से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें...

एक कलाकार भले ही दुनिया को अलविदा कर दे, लेकिन उनका हुनर दुनिया में उनकी विरासत के तौर पर हमेशा जिंदा रहता है। आज से दो साल पहले फेमस सिंगर सिद्धू मूसेवाला ने दुनिया को अलविदा कह दिया था, रेकी कर उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया गया था। मूसेवाल का शरीर भले ही दुनिया में न रहा हो, लेकिन उनके फैंस के दिल आज भी उनकी आवाज से रोशन हैं।

आज के दिन ही हुई थी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की मौत, हत्या से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें...
आज के दिन ही हुई थी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की मौत, हत्या से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें...

एक कलाकार भले ही दुनिया को अलविदा कर दे, लेकिन उनका हुनर दुनिया में उनकी विरासत के तौर पर हमेशा जिंदा रहता है। आज से दो साल पहले फेमस सिंगर सिद्धू मूसेवाला ने दुनिया को अलविदा कह दिया था, रेकी कर उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया गया था। मूसेवाल का शरीर भले ही दुनिया में न रहा हो, लेकिन उनके फैंस के दिल आज भी उनकी आवाज से रोशन हैं। दो साल पहले हुई हत्या के कुछ ऐसे भी पहलू हैं, जो कम लोग ही जानते हैं। ऐसी ही कुछ अनकही बातों के बारे में बात करते हैं....

मूसेवाला के फैंस के लिए 29 मई काला दिन
सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई 2022 को हुई थी। लेकिन इससे पहले भी कई बार उनको जान से मारने की कोशिश हो चुकी थी। घटना को अंजाम देने से सिर्फ दो दिन पहले ही 27 मई 2022 को मानसा के बाजार में मूसेवाला की गाड़ियों का पीछा किया था, लेकिन रास्ता भटक जाने कारण वे अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए थे।

मूसेवाला के हर कदम पर थी नजर
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सिद्धू मूसेवाला की रेकी करने के लिए विदेश में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के गुर्गे हर समय मूसेवाला की कोठी के बाहर तैनात रहते थे, जो मूसेवाला से जुड़ी हर एक पल की खबर को फोन के जरिये बराड़ को बताते थे। मूसेवाला की हत्या के बाद सभी आरोपी बड़ी आसानी से पंजाब से हरियाणा के फतेहाबाद तक पहुंच गए थे। सभी आरोपी एक पार्सल ट्रक के जरिये गुजरात पहुंच गए थे।

खराब गाड़ी को ठीक करवाने के लिए 40 हजार का हुआ था ट्रासंफर
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद पुलिस जांच में पता चला था कि जिस बोलेरो गाड़ी को पूरे कांड में इस्तेमाल किया गया था, वो खराब हो गई थी। जिसे मानसा तलवंडी रोड पर एक ईंट भट्ठे पर खड़ा कर दिया था। उसके बाद शूटर मनप्रीत एवं जगरूप ने उसे गांव मूसे के पास एक वर्कशॉप पर खड़ा कर दिया। इस गाड़ी को ठीक करवाने के लिए गोल्डी ने केशव के भाई कमल के खाते में चालीस हजार रुपये भेजे थे। 
27 मई को बनाई गई थी योजना
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 27 मई को ही मनप्रीत एवं जगरूप शूटर ने फौजी, अंकित के साथ मिलकर सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने की योजना बनाई थी, लेकिन सभी आरोपी आपस में बिछड़ गए जिस कारण उस दिन हत्या की योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। इसके बाद सभी आरोपी फतेहाबाद चले गए थे और आल्टो गाड़ी में सवार दीपक मुंडी एवं निक्कू अपने उकलाने वाले कमरे में चले गए थे।

मौत के बाद मनाया था जश्न
पुलिस जांच में बताया गया था कि सभी आरोपी मूसेवाला की हत्या के बाद बड़ी आसानी के साथ पंजाब से हरियाणा में दाखिल हो गए थे। जब सभी आरोपी फतेहाबाद के साबरिया होटल में पहुंचे, तो उन्होंने वहां पर जश्न मनाया, इसी दौरान आरोपी फौजी एवं कशिश जब हथियार चेक कर रहे थे तो कशिश से गलती के साथ गोली चल गई थी।