मूसेवाला के बाद बाबा सिद्दीकी का शिकार, आखिर कौन है गैंगस्टर सौरभ महाकाल ?
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का करीबी सौरभ महाकाल अब बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में सामने आया है। क्या वह हत्या का मास्टरमाइंड था?
मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या ने भूचाल ला दिया है। एक तरफ सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं तो दूसरी तरफ विपक्षी दल भी लगातार हमलावर है। पुलिस लगभग हर एंगल से जांच कर रही है। हत्याकांड में अभी तक दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि तीसरा अभी भी फरार है। सोमवार को अदालत ने दोनों आरोपियों को 24 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वहीं, दूसरी ओर इस मर्डर केस में गैगंस्टर सौरभ महाकाल का नाम भी सामने आ रहा है। दावा किया जा रहा है हत्या को अंजाम तक पहुंचाने में सौरभ का हाथ भी था।
जीशान अख्तर से कनेक्शन
गौरतलब है पुलिस ने जीशान अख्तर को हत्याकांड का मास्टरमाइंड बताया है। सौरभ महाकाल जीशान का करीबी था, उसके कनेक्शन लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ भी थे। वहीं, सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी सौरभ का नाम सामने आया था। उस दौरान पुलिस ने इसे अरेस्ट भी किया था अब पुलिस द्वारा जीशान के डोजियर के तौर पर सौरभ का नाम सामने आने से सनसनी फैली गई। मुंबई पुलिस का दावा है, जीशान-सौरभ दोनों लॉरेंस गैंग के संपर्क करते थे। सौरभ ने ही मूसेवाला हत्याकांड को अंजाम दिया था। सौरभ जीशान के करीबी और खास दोस्तों में से है,जो बिश्नोई गैंग के इशारे पर काम करता है।
कौन है सौरभ महाकाल ?
बता दें, सौरभ महाकाल को लॉरेंस बिश्नोई के खास गुर्गों में गिना जाता है। 2022 में पुलिस ने उसे महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया था। सौरभ का असली नाम सिद्वेश हीरामन कांबले है। वह बिश्नोई गैंग से पहले अरुम गवली की गैंग के साथ जुड़ा था। वह संतोष जाधव का साथी था। जो लूटपाट,फिरौती और हत्या जैसी वारदातों को अंजाम देता है। पुलिस की मानें तो सौरव महाकाल को सुपारी किलिंग का उस्ताद कहा जाता है। वह किसी भी बड़े टारगेट को खुद अपने हाथों से अंजाम देता है। फिलहाल पुलिस कई राज्यों में सौरभ की तलाश में दबिश दे रही है।