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हाथ-पैर गवाएं लेकिन नहीं मानी हार, बनें दिव्वांगों की आवाज, सोशल वर्क के लिए पद्मश्री से सम्मानित, देखें वीडियो

गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में साल 2024 के लिए नागरिकों को पद्म पुरस्कार सम्मान से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ये पुरस्कार प्रदान किए, तो इस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और सरकार के कई लोग मौजूद रहे। इस सब के दौरान दिव्यांगजनों के वेलफेयर के लिए काम करने वाले दिव्यांग सोशल एक्टिविस्ट केएस राजन्ना को भी पद्मश्री से सम्मानित किया गया। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।

गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में साल 2024 के लिए नागरिकों को पद्म पुरस्कार सम्मान से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ये पुरस्कार प्रदान किए, तो इस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और सरकार के कई लोग मौजूद रहे। इस सब के दौरान दिव्यांगजनों के वेलफेयर के लिए काम करने वाले दिव्यांग सोशल एक्टिविस्ट केएस राजन्ना को भी पद्मश्री से सम्मानित किया गया। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।

आपको बता दें, केएस राजन्ना ने बचपन में पोलियो होने की वजह से अपने हाथ और पैर खो दिए थे। लेकिन इसके बाद भी उन्होंने जीवन से हार नहीं मानी, उन्होंने घुटनों के बल चलना सीख लिया। आज वो लोगों के प्रेरणा हैं, क्योंकि उन्होंने दिव्यांगजनों के लिए काम करने का फैसला किया। साल 2013 में कर्नाटक सरकार ने डॉ. केएस राजन्ना को दिव्यांगों के लिए राज्य आयुक्त बना दिया। वो कर्नाटक के बेंगलुरु के रहने वाले हैं।

पुरस्कार मिलने के बाद उन्होंने कहा 'यह पुरस्कार मेरे लिए चीनी खाने जितना मीठा है। लेकिन यह सिर्फ एक पुरस्कार बनकर नहीं रहना चाहिए, बल्कि इससे मुझे अपने सामाजिक कार्यों में और मदद मिलेगी। हम सिर्फ सहानुभूति नहीं चाहते, बल्कि अपने अधिकारों का प्रयोग करने का अवसर भी चाहते हैं।'