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Rajasthan News: दिव्या मदेरणा का जोधपुर दौरा, ग्रामीणों से साझा किए कश्मीर के अनुभव

पूर्व विधायक और कांग्रेस की नेता दिव्या मदेरणा का हालिया दौरा जोधपुर में चर्चा का विषय बन गया है। कश्मीर चुनावों के अनुभव साझा करते हुए, उन्होंने ग्रामीणों से संवाद किया और अपने उसूलों पर कायम रहने का संदेश दिया। दिवाली पर कबड्डी खेलने का जिक्र करते हुए, दिव्या ने अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता और जनता के प्रति समर्पण को उजागर किया।

Rajasthan News: दिव्या मदेरणा का जोधपुर दौरा, ग्रामीणों से साझा किए कश्मीर के अनुभव

जोधपुर के ओसियां से पूर्व विधायक और कांग्रेस की सक्रिय नेता दिव्या मदेरणा का हालिया वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह ग्रामीणों के साथ संवाद करते हुए नजर आ रही हैं।

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हाल ही में जम्मू-कश्मीर के चुनावों में पार्टी की सह-प्रभारी के रूप में अपने दौरे के बाद, दिव्या ने जोधपुर के ग्रामीण इलाकों का दौरा किया। उन्होंने इस दौरान ग्रामीणों के साथ स्नेह मिलन में अपने कश्मीर दौरे के अनुभव साझा किए और खुलकर संवाद किया।

ग्रामीणों के लिए खास संदेश

दिव्या ने ग्रामीणों को यह संदेश दिया कि “मैं पराजित हूं, विभाजित नहीं हूं” और यह भी कहा कि उनकी एकता ही जीत का रास्ता दिखा सकती है। उन्होंने ग्रामीणों को आत्मनिर्भरता और सामूहिकता की ताकत का एहसास कराया। दिव्या ने अपनी राजनीति को स्वाभिमान से जोड़ा और कहा कि वह अपने उसूलों पर कायम रहेंगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे किसी समझौते के लिए तैयार नहीं हैं और अपनी आवाज को और मजबूत बनाए रखेंगी।

दिव्या ने कश्मीर के सेबों का किया जिक्र

कश्मीर के सेब के बागों का जिक्र करते हुए, दिव्या ने कहा कि असली आनंद भोपालगढ़ की कबड्डी में है। दिवाली के अवसर पर कबड्डी का पाला लगाने के साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह अब कहीं नहीं जाएंगी, कबड्डी खेलना तो उन्हें पड़ेगा।

दिव्या का ग्रामीणों से अनुरोध

ग्रामीणों ने उनसे अनुरोध किया कि वह चार से छह महीने में सड़कों पर निकलें, जिससे राजनीतिक हलचल मच जाएगी। इसके जवाब में दिव्या ने कहा कि अब वह हर साल ओसियां से भोपालगढ़ तक गांव-गांव जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि नेता जबरदस्ती नहीं बनते; जो ईमानदारी से काम करते हैं, जनता उन्हें खुद नेता मानती है।

दिव्या का यह दौरा न केवल उनकी राजनीतिक ताकत को दिखाता है, बल्कि यह भी बताता है कि वह अपने लोगों के साथ कैसे जुड़ती हैं। उनके प्रयास निश्चित रूप से जोधपुर की राजनीति में एक नई हलचल पैदा करेंगे।