Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

Trending Web Stories और देखें
वेब स्टोरी

शराब तस्करी मामले में इंडिया गठबंधन प्रत्याशी रोत की एंट्री, पुलिस जांच पर उठाए सवाल, सौंपा ज्ञापन

डूंगरपुर, कुआ थाना क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले रात को शराब तस्करी का मामला दर्ज किया गया था. जिसमें अब डूंगरपुर सीट से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी राजकुमार रोत की एंट्री हो गई है. उन्होंने पुलिस द्वारा की जा रही जांच पर कई सवाल उठाए है.   

शराब तस्करी मामले में इंडिया गठबंधन प्रत्याशी रोत की एंट्री, पुलिस जांच पर उठाए सवाल, सौंपा ज्ञापन

 कुआ थाना क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान पहले रात को शराब तस्करी का मामला दर्ज किया गया था. जिसमें अब डूंगरपुर सीट से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी राजकुमार रोत की एंट्री हो गई है. उन्होंने पुलिस द्वारा की जा रही जांच पर कई सवाल उठाए है.   

राजस्थान में दूसरे चरण के मतदान से पूर्व रात में कुआ थाना की पुलिस द्वारा शराब बरामद की गई थी. जिसके बाद पुलिस ने एक युवक के खिलाफ शराब तस्करी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. अब इसी मुकदमे पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी और चौरासी विधानसभा से विधायक राजकुमार रोत और मामले में आरोपी युवक ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगााए है. प्रत्याशी राजकुमार रोत सहित ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है.  

विधायक और इंडिया गठबंधन के लोकसभा प्रत्याशी राजकुमार के नेतृत्व में ग्रामीणों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर कुआं थाना पुलिस द्वारा झूठा केस दर्ज करने की शिकायत की. विधायक ने एसपी को बताया कि लोकसभा चुनाव की पूर्व रात्रि 25 अप्रैल को हुकुमचंद कार से पीठ गांव गया था. रास्ते में पूर्व प्रधान महेंद्र बरजोड़ के घर बाहर उनका सरपंच पुत्र अरुण ने उनके साथ मारपीट की और पिता महेंद्र को भी बाहर बुलाया. इसके बाद पिता पुत्र के अलावा प्रताप डामोर, अमृतलाला रोत के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट की और उनकी कार को नुकसान पहुंचाया. किसी तरह हुकुमचंद अपनी जन बचाकर वहा से भागा. उन्होंने आरोप लगाया कि पीछे से आरोपियों ने कुआ पुलिस थाने के कांस्टेबल की मौजूदगी में कार में अवैध शराब भर दी. इसके बाद शराब तस्करी का केस दर्ज करवा दिया. विधायक राजकुमार ने एसपी को बताया की पीड़ित परिवार को धमकी दी गई थी. कि उनके पक्ष में मतदान नहीं करवाया गया. तो जान से मार दिया जाएगा. ऐसे में परिवार के लोग घर छोड़कर यहां वहा शरण लिए हुए है. विधायक ने मामले की निष्पक्ष जांच करने और दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग रखी है.