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डूंगरपुर में पोल पर करंट की चपेट में आने से लाइनमैन की मौत, परिजनों ने विभागीय अधिकारियों पर लापरवाही का लगाया आरोप

डूंगरपुर में शहर के राजकीय महारावल उच्च माध्यमिक विद्यालय के पास रखरखाव कार्य को लेकर पोल पर चढ़े लाइनमैन की करंट लगने से मौत हो गई.

डूंगरपुर में पोल पर करंट की चपेट में आने से लाइनमैन की मौत, परिजनों ने विभागीय अधिकारियों पर लापरवाही का लगाया आरोप

डूंगरपुर में शहर के राजकीय महारावल उच्च माध्यमिक विद्यालय के पास रखरखाव कार्य को लेकर पोल पर चढ़े लाइनमैन की करंट लगने से मौत हो गई. मौके पर मौजूद अन्य कार्मिकों ने तत्परता दिखाते हुए लाइनमैन को जिला अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद शव को जिला अस्पताल के मोर्चरी में रखवाया गया.

विभागीय अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप
घटना की सूचना मिलने के बाद मृतक के परिजन अधीक्षण अभियंता कार्यालय पहुंचे और विभागीय अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अधीक्षण अभियंता का घेराव कर लिया. मिली जानकारी के अनुसार सुरपुर गांव निवासी विनायक पुत्र नरेंद्र पाटीदार अपने पिता की मौत के बाद अनुकंपा नियुक्ति पर लाइनमैन लगा हुआ था. मानसून पूर्व बिजली के रखरखाव कार्य को लेकर शनिवार को महारावल स्कूल के पास शहर के उत्तम सेवा मार्ग पर नगर परिषद और बिजली विभाग के संयुक्त तत्वाधान में बिजली वायरों पर आसपास के पेड़ की कटाई का काम चल रहा था. इस दौरान बिजली विभाग की एक टीम भी मौके पर रहकर लाइनों को दुरूस्त करने का काम कर रही थी. लाइन के रखरवाव के लिए शट डाउन ले रखा था.

विनायक पाटीदार लाइन को दुरुस्त करने के लिए पोल पर चढ़ा हुआ था. इसी दौरान अचानक से लाइन शुरू होने से विनायक को कंरट लगा और वह पोल से नीचे गिर गया. मौके पर मौजूद अन्य कार्मिक विनायक को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद विनायक को मृत घोषित कर दिया और शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया.
हादसे की सूचना जब विनायक के परिजनों के मिली तो परिजन जिला अस्पताल पहुंचे. लाइनमैन की मौत के बाद परिजनों ने विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता कार्यालय के बाहर हंगामा कर दिया और निगम ऑफिस पर एसई का घेराव कर दिया. साथ ही दोषी कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक 33 केवी से शहर की बिजली आपूर्ति भी बंद कर दी गई. प्रशासन द्वारा परिजनों से काफी समझाईश करने के बाद लगभग रात 7:30 के बाद बिजली आपूर्ती बहाल की गई.

इधर, परिजन और विभागीय अधिकारीयों के बीच समझाइश का दौर जारी रहा. परिजनो ने विभागीय लापरवाही की जांच करने और दोषीयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और मृतक के आश्रित परिवार के लिए मुआवजे के साथ अनुकम्पा नियुक्ति की मांग की गई.

रिपोर्ट- सादिक अली