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ढाबों पर परोसी जा रही शराब, अवैध शराब की बिक्री पर नहीं लग पा रही लगाम, पुलिस खानापूर्ती करने में जुटी

सागवाड़ा में नगर सहित आसपास के क्षेत्र में बने ढाबों पर अवैध शराब बिक्री का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है वहीं पुलिस है कि कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ती करती नजर आ रही है।

ढाबों पर परोसी जा रही शराब, अवैध शराब की बिक्री पर नहीं लग पा रही लगाम, पुलिस खानापूर्ती करने में जुटी

सागवाड़ा में नगर सहित आसपास के क्षेत्र में बने ढाबों पर अवैध शराब बिक्री का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है वहीं पुलिस है कि कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ती करती नजर आ रही है। सागवाड़ा थाना पुलिस द्वारा बीते गुरुवार को नगर के गामोठवाड़ा चौराहे पर महफिल ढाबा में कार्रवाई कर 4 बियर व 19 शराब की बोतलें जब्त किये। कार्रवाई के दौरान ढाबे पर बैठे ग्राहक व ढाबा संचालक अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भागने में कामयाब रहें।

जब गश्त के दौरान पकड़ी गई शराब

मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम को हेड कांस्टेबल हरीसिंह मय जाब्ता नगर में गश्त पर निकले थे। इसी दौरान वो गामोठवाड़ा चौराहे पहुंच जहां मुखबीरी से सूचना मिली की महफिल ढाबा में ढाबा संचालक द्वारा ग्राहकों को शराब परोसी जा रही है। मुखबीरी की सूचना विश्वसनीय होने पर हेड कांस्टेबल मय टीम के साथ महफिल ढाबा गामोठवाड़ा पहुंचे,जहां ढाबे में बनी बांस की झोपड़ी में एक व्यक्ति द्वारा अंदर बैठे ग्राहकों को शराब परोसी जा रही थी। पुलिस टीम के पहुंचने पर ढाबे पर बैठे ग्राहक व ढाबा संचालक अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भागने में सफल रहे। पुलिस ने ढाबे की तलाशी ली तो अंदर टीनशेड के नीचे फ्रिज के पास 4 बियर, 10 देशी 9 अंग्रेजी शराब की बोतल जप्त कर ली।इस संबंध में पुलिस ने ढाबा संचालक पुष्पेंद्र सिंह के खिलाफ अवैध शराब बेचने व ग्राहकों को बैठाकर शराब परोसने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ढाबा संचालक की तलाश कर रही है।

आबकारी विभाग मौन या विभाग में कर्मचारियों की कमी ? 

सागवाड़ा नगर सहित क्षेत्र में ढाबों पर भारी पैमाने पर अवैध शराब की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है। आबकारी विभाग सरकारी दुकान चलाने में व्यस्त है और शराब माफियाओं द्वारा खुलेआम नगर सहित अंचल में शराब की सप्लाई की जा रही है। आबकारी विभाग की मौन सहमति है या विभाग में कर्मचारियों की कमी ? ये तो भगवान जाने, लेकिन शराबखोरी का ये धंधा अपने चरम पर है। जिसे रोकने में कोई कारगर कदम उठाने तक की जहमत विभाग द्वारा नहीं की गई है। नगर के अधिकतर ढाबों में ढाबा संचालकों द्वारा शराब बेची व परोसी जा रही है। नगर में ढाबा संचालकों को कार्रवाई का कोई भय नहीं है। कई ढाबों पर तो शराब मिलने से लेकर पीने तक की व्यवस्था है। इस मामले में संबंधित थाना पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों को सबकुछ पता होने के बाद भी कार्रवाई नहीं कर रहे। यदि कभी-कभार ऐक्शन के लिए पहुंचतेभी हैं भी तो खानापूर्ति कर लौट आते हैं। जिससे शराब के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों के हौसले अधिक बुलंद हो रहे हैं।

प्रमुख मार्गों पर धड़ल्ले से संचालित हो रहे अवैध ढाबे

सागवाड़ा शहर से गुजर रहे प्रमुख मार्गों पर शराब की अवैध होटलों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है। गौरेश्वर मार्ग जाने वाले रास्ते पर अवैध शराब के ढाबे व होटल होने से आबकारी व पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे नियमों की धज्जियाँ उड़ाई जा रही है। मंदिर, कॉलेज, कॉलोनी और मुख्य मार्ग के प्रतिबंधित दायरे में शराब की कोई दुकान नहीं होनी चाहिए लेकिन यहां होटल से ही शराब बेची जा रही है। कॉलेज के पास धड़ल्ले से शराब परोसी जाती है और पूरे समय शराबियों का मजमा लगा रहता है जिससे स्थानीय लोगों को परेशानीयों का सामना करना पड़ता है। वहीं, मंदिर, कॉलेज, कॉलोनी जाने वाले लोग भी डर के साये में रहते हैं।

तेजी से फल फूल रहा अवैध शराब का कारोबार

उल्लेखनीय है कि सागवाड़ा मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों में अवैध शराब का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। जिसमें खास तौर पर युवा वर्ग शराब एवं अन्य नशीली वस्तुओं के मकड़जाल में फंसता जा रहा है। गांव-गांव में आसानी से अवैध रूप से शराब बिकने से युवा वर्ग इसके चपेट में आ रहे है। अवैध शराब बिक्री को लेकर आसपास के लोगों द्वारा आबकारी विभाग एवं थाने में कई बार शिकायत की गई है, बावजूद प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। आमजन की शिकायत के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा एक-दो दिन कार्यवाही की जाती है। जिसके बाद जस की तस वैसे ही खुलेआम शराब बिकना शुरू हो जाता है।

रिपोर्ट- सादिक़ अली