Super Exclusive: बीजेपी सांसद ‘चुन्नीलाल गरासिया’ का धमाकेदार इंटरव्यू, आदिवासियों पर कही बड़ी बात
लोकसभा चुनाव रिजल्ट से पहले भारत रफ्तार के संवाददाता जितेश जेठानंदनी ने बीजेपी के राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया से खास बातचीत की. सांसद चुन्नीलाल ने इस बातचीत में राजस्थान, चुनाव और आदिवासियों को लेकर बेबाकी से बात की.
लोकसभा चुनाव से पहले भारत रफ्तार के संवाददाता ने जितेश जेठानंदनी से बातचीत के दौरान राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया ने बैंक कर्मी से राजनेता बनने के सवाल में बताया कि उनके मन में बचपन से ही गरीबों की सेवा करना के भाव था. बैंक में नौकरी करने के दौरान भी मेरे मन में गरीब आदिवासियों की सेवा करने की इच्छा किया करती थी.ये इच्छा मेरे बचपन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से पड़ी. मैने आठवीं क्लास से ही स्वयं सेवक संघ में शामिल हो गया था. लगातार उसके लिए कार्य करता रहा. उसके बाद साल 1990 में मुझे राजनीति में आने का मौका मिला और मैने राजनीति में कदम रखा.
राज्यसभा सांंसद चुन्नीलाल ने राजनीति से दूर रहने के सवाल पर उन्होंने बताया कि उनका मिशन गरीबों की सेवा करना है. चाहे वो जन प्रतिनिधि के रूप में हो या संगठन के कार्यकर्ता के रूप में हो. मैने आदिवासियों समाज को आर्थिक रूप और सामाजिक रूप से बीजेपी में जोड़ने का काम किया है. कांग्रेस ने केवल आदिवासियों को बैंक वोट के रूप में इस्तेमाल किया है.
राज्यसभा सांसद ने विपक्ष द्वारा कहे जा रहे आदिवासियों के आरक्षण खत्म करने की बात पर कहा कि मोदी सरकार पहली बार नहीं आ रही है. पिछले दस सालों से देश में बीजेपी की सरकार है. मोदी सरकार में जन जातियों और आदिवासियों को सबसे ज्यादा आरक्षण दिया है. केवल नौकरी और शिक्षा में ही नहीं बल्कि बीजेपी सरकार ने आदिवासियों को राजनीति में भी आरक्षण दिया है. देश में द्रौपदी मुर्मू के रूप पहला आदिवासी राष्ट्रपति बनी है. कांग्रेस ने तो 55 से 60 सालों के राज में जनजाति विभाग भी नहीं बनाया था. इसकी स्थापना बीजेपी के प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने की.
बीजेपी के मशीन 25 को लेकर सांसद ने कहा कि बीजेपी अपने पिछले दो बार के प्रदर्शन को दोहराने जा रही है. हम राजस्थान में 25 सीट जीत रहे है. मेवाड़ इलाके की सभी सीटों पर बीजेपी जीत रही है.