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Shafali Verma: जब पिता से कहा ‘कटा दो मेरे बाल’, फिर खेल में आया निखार

Shafali Verma: भारतीय क्रिकेट टीम का वो नाम जिसकी गूंज काफी समय से सुनाई दे रही है, लेकिन ये भविष्य में सिर्फ भारतीय महिला क्रिकेट टीम नहीं बल्कि महिला क्रिकेट के लिए भी ‘मील का पत्थर’ साबित होंगी, ये ऐलान उन्होंने अपनी डबल सेंचुरी के साथ कर दिया है। सिर्फ 20 साल की शैफाली वर्मा से जुड़ा एक ऐसा किस्सा, जो रियल लाइफ में मकसद को पाने के लिए एक खिलाड़ी को डैडिकेशन को दिखाता है, आज हम आपको बताने जा रहे हैं।

Shafali Verma: जब पिता से कहा ‘कटा दो मेरे बाल’, फिर खेल में आया निखार
Shafali Verma

Shafali Verma: शैफाली वर्मा, भारतीय क्रिकेट टीम का वो नाम जिसकी गूंज काफी समय से सुनाई दे रही है, लेकिन ये भविष्य में सिर्फ भारतीय महिला क्रिकेट टीम नहीं बल्कि महिला क्रिकेट के लिए भी ‘मील का पत्थर’ साबित होंगी, ये ऐलान उन्होंने अपनी डबल सेंचुरी के साथ कर दिया है। सिर्फ 20 साल की शैफाली वर्मा से जुड़ा एक ऐसा किस्सा, जो रियल लाइफ में मकसद को पाने के लिए एक खिलाड़ी को डैडिकेशन को दिखाता है, आज हम आपको बताने जा रहे हैं।

हेयरस्टाइल के पीछे का सच?

दंगल फिल्म में हम सब ने देखा कि कैसे पिता ने बेटी का ध्यान भटके नहीं, इसलिए उसके बाल लड़कों जैसे करा दिए थे। ऐसा ही एक रीजन शैफाली वर्मा की हेयरस्टाइल के पीछे भी है। शैफाली की इस कहानी में भी पिता का अहम रोल है। एक इंटरव्यू में शैफाली ने बताया कि जब वे केवल 9 साल की थीं, तो वे लड़कों के साथ क्लब में क्रिकेट खेलना चाहती थीं। मगर लड़के कहते थे कि तुमको चोट लग जाएगी, फिर मैंने अपने पिता से जाकर कहा कि मेरे बाल कटवा दीजिए, जिससे लड़के मुझे पहचान नहीं पाएंगे। बचपन में कोई गर्ल्स क्रिकेट नहीं थी, इसलिए उनको ऐसा करना पड़ा। इससे ही पता चलता है कि मानसिक तौर पर शैफाली कितनी मजबूत हैं।

बाल कटाकर आया खेल में निखार

यूं तो बाल लड़कियों की जान होते हैं। लेकिन शैफाली ने बालों को कटाकर अपने असली निखार को पाया। शेफाली वर्मा बताती हैं कि ‘उनके पिता ने उनके लंबे बाल कटवाकर लड़कों की तरह कर दिए। जिसके कारण उनको लड़कों के साथ प्रैक्टिस करने का मौका मिला। लड़के उनको पहचान नहीं सके और लड़कों के साथ खेलने से उनके खेल में बहुत निखार आया। अपने पूरे परिवार के सपोर्ट के कारण ही वे आज क्रिकेट खेल रही हैं। वो ये भी बताती हैं कि उनका पूरा परिवार सचिन तेंदुलकर का बहुत बड़ा फैन है। सचिन के आउट होने के बाद तो उनके घर में टीवी पर मैच भी बंद कर दिया जाता था।

शैफाली वर्मा ने आगे कहा कि ‘हर महिला खिलाड़ी को अपना पूरा फोकस करियर पर लगाना चाहिए। महिला खिलाड़ियों से अक्सर कहा जाता है कि उनको शादी के बारे में सोचना चाहिए। मगर शादी महिलाओं की जिंदगी की एक हिस्सा है, न कि उनके जीवन का लक्ष्य है।’

तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया का हिस्सा

शैफाली वर्मा भारतीय टीम के लिए तीनों फॉर्मेट का हिस्सा है। उन्होंने टी-20 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ साल 2019 में और साल 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ वन डे और टेस्ट डेब्यू किया था। साउथ अफ्रीका के खिलाफ शेफाली वर्मा ने अपना दोहरा शतक 194 गेंदों पर पूरा किया और वो महिला टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाली खिलाड़ी भी बन गईं। शेफाली ने पहली पारी में 197 गेंदों पर 205 रन बनाए और इस दौरान उनके बल्ले से 8 छक्के और 23 चौके भी निकले।