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इजरायल की वायु सुरक्षा प्रणाली आयी काम... ईरान के आग बरसाने वाले गोले से कैसे बचे इजरायली... आइए बताते हैं...

इजरायल पर रविवार को ईरान की ओर से किए गए ताबड़तोड़ हमले किए गए। ईरान की ओर से एक के बाद एक मिसाइल दागी गई। लेकिन इजरायल ने उनको हवा में ही मार गिराया। एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, इजराइल ने ईरान के हमले की आशंका को देखते हुए एयर डिफेंस सिस्टम को अलर्ट पर रखा था। 
एक्सोएटमॉस्फेरिक सुरक्षा कवच-H 

इजरायल की वायु सुरक्षा प्रणाली आयी काम... ईरान के आग बरसाने वाले गोले से कैसे बचे इजरायली... आइए बताते हैं...

इजरायल पर रविवार को ईरान की ओर से किए गए ताबड़तोड़ हमले किए गए। ईरान की ओर से एक के बाद एक मिसाइल दागी गई। लेकिन इजरायल ने उनको हवा में ही मार गिराया। एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, इजराइल ने ईरान के हमले की आशंका को देखते हुए एयर डिफेंस सिस्टम को अलर्ट पर रखा था।

एक्सोएटमॉस्फेरिक सुरक्षा कवच-H

इजरायल ने ईरान की मिसाइलों को वायुमंडल के बाहर ही खत्म कर दिया था। इजरायल ने ये एक्सोएटमॉस्फेरिक किल व्हीकल के जरिए किया था। इजरायल ने एक्सोएटमॉस्फेरिक बाह्य वायुमंडलीय अवरोधन टेक्नॉलजी से किया था। आयरन डोम, द एरो और डेविड स्लिंग सहित कई वायु रक्षा प्रणालियां सक्रिय थीं। जो वीडियो सामने आया है उसमें बाहरी वायुमंडलीय अवरोधन दिखाता है। इसे द एरो से संचालित किया जाता है। एरो को लंबी दूरी की मिसाइलों को रोकने के लिए इसे डिजाइन किया गया है। ईरान की ओर से भी इस तरह की बैलिस्टिक मिसाइलें लॉन्च की गईं थी, जिनको मार गिराया गया। एरो वायुमंडल के बाहर से ही संचालित होता है। इसका इस्तेमाल लंबी दूरी की मिसाइलों को रोकने के लिए भी किया जाता है। त्रिस्तरीय हथियार आयरन डोम, डेविड्स स्लिंग और ऐरो डिफेंस सिस्टम इसमें एक इंटरसेप्टर लगा होता है। इंटरसेप्टर सभी मौसम में कार्य करने में सक्षम है। मिसाइल किसी भी इलाके में गिरने से पहले इंटरसेप्टर पर उसे हवा में ही मार गिराता है।

इजरायल एक्सोएटमॉस्फेरिक सुरक्षा कवच की बदौलत इजरायली सेना 99 फीसदी ड्रोन और मिसाइलों को नाकाम करने में सफल रही है। इन हथियारों में पैट्रियट और आयरन बीम भी प्रमुख रूप से शामिल हैं। पिछले साल हमास के ड्रोन हमले के दौरान भी इन हथियारों की मदद से इजरायल ने हथियारों को मार गिराया था।

इजरायल का कहना है कि हम ऐसे किसी भी अप्रत्याशित हमले के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। ऐसा पहली बार है की हमने एक साथ संयुक्त तौर पर ईरान और उसके समर्थकों द्वारा किए गए हमले का जवाब दिया है। ईरान की तरफ से किए गए हमले पर हमारी पैनी नजर थी। हम जरा भी नहीं चूके एक पल के लिए भी नहीं। बंधकों को लेकर गाजा में चल रहे हमारे गंभीर रेस्क्यू मिशन को लेकर ईरान के सहयोगी हमास के खिलाफ हमारा दायित्व है कि हम अपने 133 बंधकों को मुक्त करा कर वापस लाएं। हमास ने हाल ही में मध्यस्थतों से बंधकों को छोड़े जाने से इनकार कर दिया है। हमास और ईरान मध्यपूर्व में आग लगाए रखते हुए इसे भड़काने पर तुले हुए हैं। हम अभी भी हाई अलर्ट पर हैं और हालातों पर नजर बनाए हुए हैं।

ईरानी हमले में इजरायल के दक्षिण में नेवातिम एयर बेस मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हुआ था। जिसमें एक सात वर्षीय लड़की इंटरसेप्ट की गई मिसाइल के टुकड़ों से घायल हुई। हालांकि, ईरानी सेना ने दावा किया कि उसने अपने सभी उद्देश्यों को हासिल किया। वहीं इजरायल के मुताबिक तेहरान की ओर से 185 ड्रोन, सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें और 36 क्रूज मिसाइलें दागी गईं। इनमें से अधिकांश हथियार ईरान, इराक और यमन से लॉन्च किए गए थे। इजरायल के एरो एरियल डिफेंस सिस्टम ने ईरानी हथियारों को धराशायी कर दिया। IDF के मुताबिक उसका त्रिस्तरिय सुरक्षा कवच किसी भी हमले को 90 फीसदी तक नाकाम कर सकता है।

इजरायल का सुरक्षा कवज :

1. आयरन डोम-SH : इजरायल द्वारा विकसित आयरन डोम प्रणाली कम दूरी के रॉकेटों को मार गिराने में माहिर है। आयरन डोम एक एयर डिफेंस शील्ड है। इसका पूरा नाम आयरन डोम एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम है।

2. ऐरो : ऐरो यानी तीर को लंबी दूरी की मिसाइलों को रोकने के लिए बनाया गया है। यह 200 किलोमीटर से अधिक दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने में सक्षम है। इसमें एक ग्रीन पाइन फायर कंट्रोल रेडार शामिल है। ऐरो 2400 किलोमीटर की लंबी दूरी तक लक्ष्य का पता लगा सकता है। 11 हजार Km/hr की रफ्तार से मिसाइल को खत्म करता है।

3. डेविड्स स्लिंग : इसे 2017 में अमेरिका की मदद से इजरायल ने विकसित किया था। मैजिक वैंड नाम से प्रसिद्ध यह स्लिंग रक्षा बल सैन्य प्रणाली का मजबूत हथियार है। इसकी ऑपरेशनल रेंज 250 किलोमीटर है, ये मध्यम दूरी की मिसाइलों को रोकता है। ये मिसाइल डिफेंस सिस्टम के रॉकेट की अधिकतम गति 7.5 मैक है।

4. पैट्रियट : यह इजरायल की मिसाइल रक्षा प्रणाली का सबसे पुराना सदस्य है। 1991 में प्रथम खाड़ी युद्ध के दौरान इसका इस्तेमाल इराक के लिए किया गया था। इसका इस्तेमाल नेता सद्दाम हुसैन की सेना के स्कड मिसाइलों को रोकने के लिए किया गया था। पैट्रियट का उपयोग अब ड्रोन सहित विमानों को मार गिराने के लिए किया जाता है।

5. आयरन बीम : इजरायल लेजर तकनीक से खतरों को रोकने के लिए नई प्रणाली विकसित कर रहा है। ईरान इज़रायल पर एक महत्वपूर्ण हमला शुरू करने की धमकी दे रहा है। चारों तरफ से दुश्मनों के हमले झेल रहे इजरायल के लिए अमेरिका और ब्रिटेन की सहायता से तैयार बहुस्तरीय वायु-रक्षा प्रणाली काफी कारगर साबित हो रही है। यह प्रणाली पिछले छह महीनों से हमास के खिलाफ जारी जंग के दौरान जानमाल को कोई गंभीर क्षति रोकने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है।