Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

और देखें
वेब स्टोरी

डिंपल को पाने के लिए लांघ दी थी अखिलेश ने दहलीज, मुलायम नहीं माने तो किया था ये बड़ा काम

कहते हैं कि प्यार कोई जाति, धर्म और मजहब नहीं देखता ये तो बस हो जाता है. लेकिन अगर प्यार सच्चा हो तो परवान जरूर चढ़ता है. प्रेमी जोड़े दुनिया और समाज को धता बताकर बुलंदियों तक भी जरूर पहुंचते हैं. ऐसा ही प्यार सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव के बीच भी था

डिंपल को पाने के लिए लांघ दी थी अखिलेश ने दहलीज, मुलायम नहीं माने तो किया था ये बड़ा काम

कहते हैं कि प्यार कोई जाति, धर्म और मजहब नहीं देखता ये तो बस हो जाता है. लेकिन अगर प्यार सच्चा हो तो परवान जरूर चढ़ता है. प्रेमी जोड़े दुनिया और समाज को धता बताकर बुलंदियों तक भी जरूर पहुंचते हैं. ऐसा ही प्यार सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव के बीच भी था. इन दोनों की रियल लाइफ स्टोरी किसी फिल्म की स्टोरी से कम नहीं है. चार साल की दूरी, परिवार का विरोध, लेकिन इन सबके बावजूद इस जोड़ी ने हर बाधा को पार किया और आज जीवनसाथी के साथ-साथ राजनीति की डगर के भी साथी बन चुके हैं.

पहली मुलाकात के बाद दोस्ती और फिर प्यार 
दो बार मुख्यमंत्री के पद पर काबिज रह चुके अखिलेश यादव मुलायम सिंह यादव के बड़े बेटे हैं, जबकि डिंपल उत्तराखंड के लेफ्टिनेंट कर्नल एससी रावत की बेटी हैं. अखिलेश ने राजस्थान मिलिट्री स्कूल धौलपुर से प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की है.मैसूर के एसजे कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से स्नातक किया है और उसके बाद वो आगे की पढ़ाई के लिए ऑस्ट्रेलिया चले गए, जहां उन्होंने सिडनी विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की. डिंपल और अखिलेश की पहली मुलाकात उनके एक दोस्त के घर पर हुई थी. उस वक्त डिंपल 17 साल की थीं और अखिलेश 21 साल के. मुलाकात में जान पहचान हुयी और फिर दोस्ती हुई और शुरू हो गयी प्रेम कहानी. 

परिवार की रजामंदी से वैवाहिक बंधन में बंधे
सिडनी जाने के बाद भी अखिलेश और डिंपल लगातार संपर्क में रहे. अखिलेश डिंपल को गुलाबी खतों में प्रेम के पैगाम लिखते थे. खतों से ये प्रेम कहानी चार साल तक चलती रही.जब अखिलेश अपनी पढ़ाई पूरी कर वापस लौटे तो उनके मन में डिंपल को अपनी दुल्हनियां बनाने का पक्का इरादा बन चुका था, लेकिन जैसे हर लव स्टोरी में बाधा होती है तो दोनों के घरवाले इस रिश्ते के लिए राजी नहीं हुए. मुलायम सिंह यादव और डिंपल के घरवाले इस रिश्ते का विरोध करने लगे. लेकिन अखिलेश ने सबसे पहले अपनी दादी को राजी किया. इसके बाद उनकी जिद को पिता ने भी मान लिया. उधर डिंपल ने भी अपने घरवालों को राजी कर लिया. इस तरह परिवार की रजामंदी के साथ दोनों 24 नवंबर 1999 को वैवाहिक बंधन में बंध गए.आपको बता दें कि अखिलेश यादव और डिंपल के तीन बच्चे हैं, जिनके नाम अदिति, टीना और अर्जुन हैं. इसमें टीना और अर्जुन जुड़वा हैं.

अखिलेश यादव की जिंदगी पर आई किताब
वरिष्ठ पत्रकार सुनीता एरन ने अखिलेश यादव की जिंदगी पर एक किताब लिखी है। जिसका नाम अखिलेश यादव-बदलाव की लहर है। इस किताब में उन्होंने अखिलेश की निजी जिंदगी से जुड़ी कई अहम बातें भी बताई हैं। किताब के मुताबिक, अखिलेश और डिंपल दोस्त से मिलने का बहाना बनाकर एक-दूसरे से छुप-छुपकर मिलते थे।