पीएम मोदी को चेतावनी देना ममता बनर्जी को पड़ गया भारी ! 'जलाओगे तो ….' वाले बयान पर फंसी ममता
जिंदल ने तर्क दिया कि बनर्जी का बयान भड़काऊ है और इससे क्षेत्रीय घृणा और शत्रुता भड़क सकती है, जिससे राष्ट्रीय सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था को खतरा पैदा हो सकता है। वह आगे तर्क देते हैं कि एक मुख्यमंत्री के रूप में, उनके शब्दों में महत्वपूर्ण महत्व होता है।
तृणमूल छात्र परिषद के एक कार्यक्रम में टिप्पणियों के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता, सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने आरोप लगाया कि बनर्जी की टिप्पणी उत्तेजक थी और अशांति भड़काने का इरादा था।
इसे भी पढ़िये -
पीएम मोदी को दी थी चेतावनी
यह विवाद कार्यक्रम के दौरान बनर्जी द्वारा दिए गए एक बयान के इर्द-गिर्द घूमता है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी को चेतावनी दी थी, "याद रखें, अगर बंगाल जलेगा तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली सब साथ में जलेंगे।"
शिकायतकर्ता का ममता बनर्जी पर आरोप
जिंदल ने तर्क दिया कि बनर्जी का बयान भड़काऊ है और इससे क्षेत्रीय घृणा और शत्रुता भड़क सकती है, जिससे राष्ट्रीय सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था को खतरा पैदा हो सकता है। वह आगे तर्क देते हैं कि एक मुख्यमंत्री के रूप में, उनके शब्दों में महत्वपूर्ण महत्व होता है, जो कथित टिप्पणियों को विशेष रूप से खतरनाक बनाता है।
जिंदल ने अपनी शिकायत में कहा, "उनके बयान की भड़काऊ और उत्तेजक प्रकृति को देखते हुए, जिसका उद्देश्य भारत के लोगों के बीच वैमनस्य पैदा करना और नफरत को बढ़ावा देना है।"
ममता के खिलाफ बीएनएस धाराओं के तहत एफआईआर की मांग
अपनी शिकायत में जिंदल ने अनुरोध किया है कि बनर्जी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 152, 192, 196 और 353 के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाए।
वह इन अपराधों को संज्ञेय और गंभीर प्रकृति का बताते हैं। बनर्जी ने यह विवादास्पद टिप्पणी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा एक दिन पहले राज्य सचिवालय तक मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के विरोध में बुधवार को 12 घंटे के 'बंगाल बंद' के आह्वान के बाद की थी।