जम्मू-कश्मीर से राहुल गांधी की हुंकार, पीएम मोदी पर किया कटाक्ष,बोले- पहले छाती फैलाकर, अब कंधे झुकाकर चलते हैं
Jammu Kashmir election 2024: राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के बाद से समाज के विभिन्न वर्गों से मिलकर उनकी समस्याओं को समझने की नई राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में रेलवे ट्रैकमैनों से मिलकर उनकी समस्याओं पर चर्चा की और जम्मू-कश्मीर चुनाव को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा।
लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के बाद से एक नए रूप में नजर आ रहे हैं। वे अब समाज के विभिन्न वर्गों के साथ मिलकर उनकी समस्याओं को समझने और उनके साथ काम करने की नई शैली की राजनीति कर रहे हैं। कभी वे ट्रक ड्राइवरों के साथ मुलाकात करते हैं, तो कभी किसानों के साथ फसल बोने में हिस्सा लेते हैं। कभी मैकेनिकों के साथ गाड़ियों की मरम्मत में हाथ बंटाते हैं, तो कभी जूता बनाने वालों के साथ बैठते हैं। एक बार फिर वह रेलवे ट्रैकमैनों से बातचीत करते नजर आएं। वहीं दूसरी ओर वह जम्मू-कश्मीर में बीजेपी पर हमलावर दिखे।
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राहुल गांधी ने शेयर किया वीडियो
हाल ही में,राहुल गांधी ने रेलवे ट्रैकमैनों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की। इस मुलाकात का एक वीडियो उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें वे रेलवे ट्रैकमैन की तरह ही हाथ में हथौड़ा पकड़े नजर आ रहे हैं। राहुल गांधी ने इस दौरान ट्रैकमैनों से बातचीत में उनके सामने आने वाली कठिनाइयों और उनके दर्द को भी साझा किया। उन्होंने लिखा कि रेलवे ट्रैकमैन के लिए सिस्टम में न तो इमोशन है और न ही प्रमोशन का कोई प्रावधान।
जम्मू-कश्मीर चुनाव की तैयारियों में जुटे राहुल गांधी
गौरतलब है, इन दिनों राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी प्रचार-प्रसार में व्यवस्त है। एक बार फिर वह जम्मू-कश्मीर पहुंचे। जहां उन्होंने बीजेपी और प्रदेश के राज्यपाल को आड़े हाथ लिया। भाजपा और आरएसएस पर देश में नफरत और हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए, राहुल गांधी ने कहा है कि ये लोग देश को बांटने का काम कर रहे हैं, जबकि हम इसे जोड़ने के लिए काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी की पहले की छवि और मौजूदा स्थिति पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि पहले मोदी जी आत्मविश्वास से भरे हुए चलते थे, लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद उनका रुख बदल गया है। पहले वे बड़े-बड़े भाषण दिया करते थे, लेकिन इस बार संसद में वे संविधान के प्रति सम्मान दर्शाते हुए प्रवेश कर रहे थे।जम्मू-कश्मीर के स्टेटहुड को कहा कि इसे छीना गया है और हम इसे वापस बहाल करेंगे। उन्होंने वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में उप-राज्यपाल के शासन को एक राजा की तरह का शासन बताया। पहले केंद्र शासित प्रदेशों को राज्यों में बदलने की प्रक्रिया हुआ करती थी, लेकिन अब मोदी जी इसके विपरीत राज्यों को केंद्र शासित प्रदेश बना रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में कब होगा मतदान ?
जम्मू-कश्मीर में चुनावी माहौल गर्म हो चुका है, जिसमें बीजेपी, कांग्रेस और स्थानीय पार्टियां अपने सियासी समीकरण बिठाने में जुटी हैं। राज्य में तीन चरणों में चुनाव होंगे—पहला 18 सितंबर, दूसरा 25 सितंबर, और तीसरा 1 अक्टूबर को। मतगणना 8 अक्टूबर को होगी।