क्या सच में सांप की आंखों में कैद हो जाता है हत्यारे का चेहरा, जानिए सच्चाई
Truth of Snakes:सांपो को लेकर हम कई कहानियां बचपन से सुनते आये हैं। जिसमे ये बताया जाता है कि सांप की आंखों में कैमरा होता है, और हत्यारे की तस्वीर सांप की आंखों में हमेशा के लिए कैद हो जाती है। इस बात में कितनी सच्चाई है और कितना झूठ आइये जानते है।
Truth of Snakesबचपन से ही हम सांपो को लेकर कई कहानियां सुनते आये हैं। इन कहानियों में एक बात का जिक्र हमेशा ही होता है कि सांपों की आंखों में कैमरा होता है। लोगों के मन में ये धारणा है कि सांप अपनी आंखों में फोटो खींच लेता है और फिर उसका पार्टनर बदला लेने वापस आता है। ऐसी कहानियों पर कई फिल्में बन चुकी हैं। ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल जरूर उठता है, कि क्या सच में सांपो की आखों में हत्यारे का चेहरा कैद हो जाता है?
सांपों की आंखों में कैद हो जाता है हत्यारे का चेहरा?
आपको बता दें कि इस बात में बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है कि सांप अपनी आंखों में किसी का भी चेहरा कैद कर लेता है। सांप की आंख उस चीज को कैद नहीं कर पाती, जो उसने मरने के बाद आखिरी बार देखा था। सभी जीवों की तरह सांप की भी देखने की क्षमता उसके दिमाग पर निर्भर करती है। सांप की मौत के बाद उसका दिमाग काम करना बंद कर देता हैं, जिसके कारण सांप की आंख में कैद कोई भी तस्वीर उसकी मौत के बाद नहीं रहती है। बता दें कि सांप की देखने की रेंज काफी कम होती है। और ऐसे में यह सिर्फ एक मिथ्य है कि सांप की आंखों में किसी प्रकार का कोई कैमरा लगा होता है।
मौत के बाद सांप लेते है बदला?
सांपों के बदला लेने की कहानी पूरी तरह से मनगढ़ंत है। सांप कभी भी बदला नहीं ले सकते हैं। कई फिल्मों में ये दिखाया गया है कि मरे हुए सांप का पार्टनर उसकी मौत का बदला लेता है, हालांकि ये वास्तव में सच नहीं है। बता दें कि सांपों की याद रखने की क्षमता काफी कमजोर होती है और उन्हें तो थोड़ी देर के लिए भी कुछ याद नहीं रहता है। इसलिए सांपों के इंतकाम की कहानी पूरी तरह से फिल्मी है। इसका हकीकत से कोई लेना देना नहीं है। इस बात पर समझना जरूरी है कि सांपों द्वारा बदला लेने के मामले का समर्थन करने वाला कोई वैज्ञानिक प्रमाण हमारे बीच में नहीं है। सांपों के बदला लेने की अवधारणा सिर्फ सामाजिक अंधविश्वासों और स्थानीय मान्यताओं की देन है।
क्या कहते हैं सांपों के एक्सपर्ट्स
सांपों के बदला लेने के मामले में एक्सपर्ट्स कहते हैं कि सांप की याददाश्त में ये नहीं रहता कि उसको किसने मारा है न ही उसकी आंखो में कोई तस्वीर कैद रहती है। बता दें, भारत देश में सांपों की करीब 350 प्रजातियां पाई जाती हैं। इसमें से 70 प्रतिशत सांपों में जहर नहीं होता है। सिर्फ 30 प्रतिशत में भी कुछ ऐसी प्रजातियां हैं जिनके काटने से इंसानों को कोई नुकसान नहीं होता है।