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गोल्ड लोन में उछाल, RBI ने बैंकों को दी चेतावनी, 3 महीने का अल्टीमेटम

देश में गोल्ड लोन के बढ़ते ट्रेंड से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) चिंतित है। पहली तिमाही में 26% की वृद्धि और सालाना 41% की तेज उछाल ने बैड लोन के खतरे को बढ़ा दिया है। RBI ने बैंकों और फाइनेंस कंपनियों को लोन पॉलिसी में सुधार के लिए 3 महीने का अल्टीमेटम दिया है।

गोल्ड लोन में उछाल, RBI ने बैंकों को दी चेतावनी, 3 महीने का अल्टीमेटम

देश में गोल्ड लोन का ट्रेंड तेजी से बढ़ता जा रहा है, जहां बैंकों और फाइनेंस कंपनियों द्वारा धड़ल्ले से लोन दिए जा रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इस बढ़ते ट्रेंड को लेकर चिंतित है, क्योंकि इसके साथ बैड लोन का खतरा भी बढ़ता नजर आ रहा है। वित्तीय इंडस्ट्री डेवलपमेंट काउंसिल (FIDC) के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में गोल्ड लोन में साल-दर-साल 26% और मार्च तिमाही में 32% की वृद्धि हुई, जिससे यह राशि 79,217 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है।

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पहले भी गोल्ड लोन में हो चुकी है वृद्धि

गोल्ड लोन में यह वृद्धि कोई नई बात नहीं है, बल्कि पिछले कुछ तिमाहियों से यह ट्रेंड लगातार देखने को मिल रहा है। उदाहरण के तौर पर, अप्रैल-जून 2023 की तिमाही में भी 10% की वृद्धि दर्ज की गई थी। RBI के अगस्त 2024 के आंकड़ों के अनुसार, बैंक क्रेडिट में गोल्ड लोन की साल-दर-साल वृद्धि लगभग 41% रही, जिससे यह राशि 1.4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई।

RBI की टेंशन

हालांकि, इस बढ़ोतरी के साथ ही RBI को बैड लोन की संभावना भी चिंता में डाल रही है। इस वजह से RBI ने बैंकों और फाइनेंस कंपनियों को चेतावनी दी है कि वे अपनी लोन पॉलिसी में सुधार करें और अकाउंटिंग के गैप्स को जल्द से जल्द ठीक करें। RBI ने 3 महीने का अल्टीमेटम दिया है ताकि वित्तीय संस्थाएं अपनी नीतियों में सुधार कर सकें और बेड लोन के जोखिम से बच सकें।

RBI को मिली गड़बड़ी

जांच के दौरान RBI को गोल्ड लोन ऑपरेशन में कई अनियमितताएं मिलीं, जैसे कि बिना नए मूल्यांकन के टॉप-अप लोन का इस्तेमाल और आंशिक भुगतान के बाद भी लोन की प्रक्रिया जारी रखना। इन खामियों को देखते हुए RBI ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं से अपनी लोन पॉलिसी में सुधार करने और बेड लोन को छिपाने वाले तरीकों को बंद करने की सख्त हिदायत दी है।