Alwar News: बदल जाएगा सरिस्का अभयारण्य का नाम ! अब हो सकता है ये नाम, जान कर उड़ जाएंगे होश
केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा है कि आने वाले समय में इस जगह का विकास किया जायेगा। डीपीआर तैयार कर लिया गया है। इसमें एक बड़ा भवन, सामुदायिक भवन, महिला स्नानघर, शौचालय व धर्मशालाओं का जीर्णोद्धार किया जायेगा।
अलवर जिले के ऐतिहासिक धार्मिक स्थल पांडुपोल हनुमान जी और लोक देवता भर्तृहरि बाबा का तीन दिवसीय लक्खी मेले का शुभारंभ हो चुका है। सोमवार को वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने दोनों ने मिलकर मेले का उद्घाटन किया था। भर्तृहरि मेले के उद्घाटन अवसर पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी मौजूद रहे। इस मौके पर सरिस्का अभयारण्य का नाम बदलकर भर्तृहरि-सरिस्का अभयारण्य करने की मांग उठाई गई। जिसका नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी समर्थन किया है।
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ये हो सकता है नाम
माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव और वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा के समक्ष रखे गए प्रस्ताव पर सरकार विचार कर सकती है। ऐसा हुआ तो सरिस्का अभयारण्य का नाम बदलकर भर्तृहरि-सरिस्का अभयारण्य कर दिया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा है कि आने वाले समय में इस जगह का विकास किया जायेगा। डीपीआर तैयार कर लिया गया है। इसमें एक बड़ा भवन, सामुदायिक भवन, महिला स्नानघर, शौचालय व धर्मशालाओं का जीर्णोद्धार किया जायेगा।
इसके लिए समीक्षा बैठक भी हो चुकी है। अब होने वाली बैठक में सभी जन प्रतिनिधियों को बुलाया जायेगा। राज्य के वन मंत्री शर्मा ने कहा कि यहां एक भव्य कॉरिडोर तैयार किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव और वन मंत्री संजय शर्मा के साथ कार्यकर्ताओं का काफिला भी मौजूद था। सभी निजी वाहनों को सरिस्का गेट पर रोक दिया गया और नेताओं व कार्यकर्ताओं ने जिप्सी से पांडुपोल मंदिर तक की यात्रा की। रास्ते में जगह-जगह वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी तैनात रहे। मंदिर के पुजारी ने सभी नेताओं का स्वागत किया।