Alwar news: सूर्य देव की तपिश से लोगों का जीना मुहाल,राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में रोगियों की संख्या में इजाफा
अलवर जिला अस्पताल के हालात यह हो चुके हैं कि भर्ती मरीजों को वार्ड में भर्ती होने के लिए एक भी बेड खाली नहीं है और भर्ती मरीज के परिजन बेड खाली होने का इंतजार करते हुए नजर आए. ऐसा ही मामला आज राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में देखने को मिला.
अलवर जिले में भीषण गर्मी के चलते इन दिनों राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में आने वाले रोगियों की संख्या में इजाफा हो चुका है. जिसमें भर्ती रोगियों की संख्या ज्यादा है. हीटवेव के कारण लोगों में उल्टी, दस्त और बुखार की शिकायत ज्यादा आ रही हैं और लोग अस्पताल में आकर डाक्टर को दिखाने पहुंच रहे हैं. तो डाक्टर उनको भर्ती कर रहे हैं.
वार्ड में एक भी बेड खाली नहीं
जिला अस्पताल के हालात यह हो चुके हैं कि भर्ती मरीजों को वार्ड में भर्ती होने के लिए एक भी बेड खाली नहीं है और भर्ती मरीज के परिजन बेड खाली होने का इंतजार करते हुए नजर आए. ऐसा ही मामला आज राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में देखने को मिला. जहां रोगियों को डॉक्टर ने देखने के बाद वार्ड में भर्ती करने के लिए कहा. लेकिन जब वह वार्ड में गए तो वहां उनको एक भी बेड खाली नहीं मिला. पूरे वार्ड में बेड पर मरीज भर्ती मिले. ऐसे में उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
मरीजों के परिजनों में आक्रोश
भर्ती मरीज के परिजनों में भारी आक्रोश देखने को मिला है. उन्होंने अस्पताल में हंगामा भी किया. जैसे ही यह मामला मीडिया में पहुंचा तो मीडिया कवरेज करने के लिए पहुंची और अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों से बातचीत की, तो उन्होंने अपनी पीड़ा के बारे में बताया.
हीट वेव के चलते बढ़ी मरीजों की संख्या
उन्होंने कहा कि मरीज के परेशानी होने के चलते डॉक्टर को दिखाने आए और तबीयत खराब होने पर डॉक्टर ने मरीज को भर्ती के लिए लिख दिया. लेकिन अस्पताल में बेड खाली नहीं है. उसके बाद जब मीडिया ने अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील चौहान से बात की तो उन्होंने कहा कि इस समय हीट वेव के कारण मरीजों की संख्या बढ़ चुकी है. अस्पताल में बेड खाली नहीं है.
लेकिन फिर भी पुराने जो भी भर्ती मरीज हैं, उनको डिस्चार्ज करने के बाद नए मरीजों को भर्ती किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में इस समय चार से पांच वार्डों में 800 बेड मौजूद हैं. लेकिन उन पर पहले से मरीज भर्ती हैं. फिर भी समय रहते हुए अस्पताल प्रशासन डोर टू डोर राउंड लेकर सही मरीजों को डिस्चार्ज करवा रहा है. जिससे अस्पताल में आने वाले और भर्ती मरीजों को परेशानी नहीं हो.
रिपोर्ट - सुधीर पाल