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मथुरा के छात्र ने कोटा में किया सुसाइड, 7 दिन पहले ही NEET की कोचिंग में लिया था एडमिशन

कोटा, जिसे "कोचिंग हब" के रूप में जाना जाता है, एक बार फिर छात्र आत्महत्याओं के मामलों को लेकर चर्चा में है। हाल ही में एक 21 वर्षीय छात्र की आत्महत्या ने शहर में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।

मथुरा के छात्र ने कोटा में किया सुसाइड, 7 दिन पहले ही NEET की कोचिंग में लिया था एडमिशन

कोटा, जिसे "कोचिंग हब" के नाम से जाना जाता है, एक बार फिर छात्र आत्महत्याओं को लेकर चर्चा में है। गुरुवार को मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे 21 वर्षीय छात्र की आत्महत्या की दुखद घटना सामने आई है। जवाहर नगर थाना क्षेत्र में रह रहे इस छात्र ने अपने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी।

इस साल 2024 में यह आत्महत्या का 15वां मामला है, जो बेहद चिंताजनक स्थिति को दर्शाता है। बीते वर्ष 2023 में 29 छात्रों ने आत्महत्या की थी, जो कि कोटा में बढ़ती हुई आत्महत्या की घटनाओं की गंभीरता को दर्शाता है।  

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सात दिन पहले लिया था दाखिला

मृतक छात्र परशुराम उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के बरसाना का निवासी था। उसने केवल सात दिन पहले ही कोटा आकर एक निजी कोचिंग संस्थान में दाखिला लिया था। जानकारी के अनुसार, परशुराम ने बुधवार की रात लगभग 11:30 बजे अपने कमरे में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली।

पुलिस परिजनों से कर रही पूछताछ

जवाहर नगर थाने के सब इंस्पेक्टर गोपाल लाल बैरवा ने बताया कि जैसे ही पुलिस को सूचना मिली, वे तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस मामले में पुलिस मृतक छात्र के परिवार वालों से पूछताछ कर रही है ताकि आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा सके।

नहीं थम रहे सुसाइड के मामले

इस दुखद घटना ने एक बार फिर कोटा में छात्रों के मानसिक दबाव और उनके मानसिक स्वास्थ्य की चिंता को उजागर किया है। प्रशासन और कोचिंग संस्थानों के लिए यह जरूरी हो गया है कि वे छात्रों के लिए मानसिक स्वास्थ्य सहायता और परामर्श सेवाएं उपलब्ध कराएं, ताकि इस प्रकार की दुखद घटनाओं को रोका जा सके।

इससे पहले मई महीने में कोटा के महावीर नगर थाना क्षेत्र में रहकर इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम (JEE) की तैयारी करने वाले 16 वर्षीय छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह मृतक छात्र संदीप बिहार के नालंदा का रहने वाला था और दो साल से कोटा में अपने बड़े भाई के साथ रहकर जेईई की तैयारी कर रहा था। इस साल में अब तक कोटा के 12 स्टूडेंट के सुसाइड के मामले सामने आ चुके हैं। सुसाइड को रोकने के लिए कोटा पुलिस और जिला प्रशासन ने कई अभियान चलाए हैं।  लेकिन फिर भी स्टूडेंट सुसाइड के मामलों थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।