Baran News: मध्य प्रदेश से आ रहे उर्वरक पर सख्ती क्यों? सीमा पर लगाया गया चेक पोस्ट, जानें पूरा मामला
राजस्थान में उर्वरकों की कालाबाजारी रोकने के लिए बारां जिले में मध्य प्रदेश सीमा पर चेक पोस्ट स्थापित की गई हैं। इस कदम का मकसद राजस्थान को आवंटित उर्वरकों की अन्य राज्यों में अवैध निकासी रोकना है।
मध्य प्रदेश से राजस्थान में उर्वरकों की कालाबाजारी रोकने के लिए बारां जिले में सीमा पर चेक पोस्ट स्थापित की गई हैं। जिला कलेक्टर बारां के निर्देश पर संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) अतीश कुमार शर्मा ने बताया कि जिले को आपूर्ति किए जाने वाले उर्वरकों की मध्य प्रदेश और अन्य जिलों में अवैध निकासी और परिगमन को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।
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उर्वरक वितरण पर सख्ती सीमा पर चेक पोस्ट
इस साल भी, पिछले सालों की तरह, रबी मौसम 2024-25 के दौरान, बारां जिले के विभिन्न स्थानों पर चेक पोस्ट बनाई गई हैं। इनमें छबड़ा, खुरई, गूगोर, छीपाबडौद, अटरू, मांगरोल, शाहाबाद, किशनगंज, और बारां शामिल हैं। हर चेक पोस्ट पर पुलिस अधिकारी, कृषि विभाग के नोडल अधिकारी और सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, और उनके दायित्व निर्धारित किए गए हैं।
उर्वरक कालाबाजारी पर लगाम
यदि कोई विक्रेता राजस्थान के कृषक के आधार कार्ड पर मध्य प्रदेश के कृषकों को उर्वरक बेचता है, और चेक पोस्ट पर बिना बिल के उर्वरक ले जाता पाया जाता है, तो उर्वरक को वाहन के साथ जब्त किया जाएगा। इसके साथ ही, उर्वरक खरीदने वाले विक्रेता के खिलाफ उर्वरक नियम आदेश 1985 और उर्वरक मूवमेंट कन्ट्रोल आर्डर 1973 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
राजस्थान के किसानों के लिए राहत
कृषकों को आधार कार्ड और जमीन की नकल के आधार पर अधिकतम 10 बैग उर्वरक ही बेचे जाएंगे। विक्रेता को खरीद की रसीद रखनी होगी और अधिकारियों के निरीक्षण के लिए तैयार रहना होगा। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्रों में उर्वरक वितरण पर नज़र रखेंगे और सीमावर्ती राज्यों में उर्वरक की अवैध निकासी को रोकने के लिए कार्रवाई करेंगे।
यह कदम राजस्थान में उर्वरकों की कमी और कालाबाजारी की समस्या को रोकने के लिए उठाया गया है। सरकार का लक्ष्य है कि राजस्थान के किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध हो सके।
रिपोर्ट – सुमरन सिंह