एक-दूसरे को बचाने में सेफ्टी टैंक में फंसे 5 लोग, JCB से निकाला गया बाहर, तीन की मौत
भरतपुर के लखनपुर थाना इलाके के एक सेफ्टी टैंक साफ करते समय दो व्यक्ति टैंक में गिर गए। उन्हें बचाने के लिए टैंक का मालिक भी टैंक में कूद गया। सेफ्टी टैंक के अंदर जहरीली गैस के कारण तीनों दम घुटने से मौत हो गई। वहीं, दो अन्य लोग घायल हो गए।
भरतपुर के लखनपुर थाना इलाके के एक सेफ्टी टैंक साफ करते समय दो व्यक्ति टैंक में गिर गए। उन्हें बचाने के लिए टैंक का मालिक भी टैंक में कूद गया। सेफ्टी टैंक के अंदर जहरीली गैस के कारण तीनों दम घुटने से मौत हो गई। वहीं, दो अन्य लोग घायल हो गए।
क्या है मामला?
मई गांव के निवासी श्याम (42), दिनेश (26), आकाश (25), करण (22) सेफ्टी टैंक को साफ करने के लिए गए थे। नगला मई के रहने वाले इंदर के घर का सेफ्टी टैंक खाली होना था। चारों ने टैंक के ऊपर से पत्थर हटाने के बाद 4 से 5 बाल्टी पानी निकाला। उसके बाद आकाश नशेनी लगाकर टैंक में उतर गया। टैंक के अंदर बन रही गैस के कारण वह टैंक के अंदर फंस गया। उसे बचाने के लिए करण टैंक के अंदर कूद गया। करण भी टैंक के अंदर धंसता चला गया। उसके बाद मकान मालिक इंदर आकाश और करण को बचाने के लिए टैंक के अंदर गया और वो भी टैंक के अंदर धंस गया। तीनों ने शोर मचाया। तब इंदर का पड़ोसी भोलू मौके पर पहुंचा। वो भी टैंक के अंदर धंस गया। उन्हें बचाने के लिए पड़ोसी नरेश भी टैंक में कूद गया। वो भी टैंक में धंस गया।
इंदर के परिजन शोर मचाने लगे। तब गांव के लोग तुरंत इंदर के घर पहुंचे। गांव में इंदर के घर के पास एक जेसीबी खड़ी थी। ग्रामीण जेसीबी लेकर तुरंत मौके पर पहुंचे और सेफ्टी टैंक के बगल से एक गड्डा खोदकर सभी को बाहर निकाला। सभी को आरबीएम लाया गया, जहां मामा आकाश और उसका भांजा करण सहित भोलू की मौत हो गई। वहीं नरेश, इंदर घायल हैं। उनका इलाज जारी है।
टैंक 30 फुट गहरा
बताया जा रहा है कि टैंक 30 फुट गहरा था। घटना की सूचना मिलने पर लखनपुर थाना पुलिस गांव पहुंची। उसके बाद जिला आरबीएम अस्पताल पहुंची है। वहां पर तीनों मृतकों के परिजन पहुंचे और उनके पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है।
रिपोर्ट-सुधीर पाल