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राजस्थान में अपनी ही सरकार के खिलाफ हुए कैबिनेट मंत्री, किरोणी लाल मीणा ने सीएम को पत्र,योजना में गड़बड़ी की जताई आशंका

एक तरफ देश में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं वहीं दूसरी तरफ राजस्थान में सियासी बवंडर की आहट सुनने को मिल रही है। इस सियासी बवंडर की जद में भाजपा और प्रदेश की मौजूदा भजनलाल सरकार है।

राजस्थान में अपनी ही सरकार के खिलाफ हुए कैबिनेट मंत्री,  किरोणी लाल मीणा ने सीएम को पत्र,योजना में गड़बड़ी की जताई आशंका

एक तरफ देश में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं वहीं दूसरी तरफ राजस्थान में सियासी बवंडर की आहट सुनने को मिल रही है। इस सियासी बवंडर की जद में भाजपा  और प्रदेश की मौजूदा भजनलाल सरकार है। बता दे कि पिछले कुछ दिनों में राजस्थान चिट्ठी का दौर शुरू हो गया है, उसे देखते हुए कयास लगाया जा रहा है कि 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे  आने के बाद प्रदेश नेतृत्व में बदलाव हो सकता है। हालांकि अभी पक्के तौर पर कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा। लेकिन इतना तो तय है कि राजस्थान भाजपा में सब कुछ सही नहीं चल रहा है। दरअसल राजस्थान भाजपा के कद्दावर नेता और मौजूदा सरकार के कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा  ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा  के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 

मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के प्रोजेक्ट में गड़बड़ी के आरोप

दरअसल राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में मीणा ने जयपुर के गांधीनगर स्थित ओल्ड एमआरसी कैंपस और गाँधीनगर में स्थित राजकीय कॉलोनी के पुनर्विकास योजना के नाम पर पीपीपी मॉडल पर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाने के प्रोजेक्ट में 1146 करोड़ रुपए की हेरा-फेरी होने का आरोप लगाकर आशंका जताई है। मीणा ने इस प्रोजेक्ट में कुछ अफसरों पर मिलीभगत से काली कमाई करने का आरोप लगाया है।

प्रोजेक्ट के तहत नहीं रखा किसी का ध्यान

किरोड़ी लाल मीणा ने पत्र में लिखा है कि यह योजना पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में NBCC और REDCC के माध्यम से व स्वघोषित आधार पर बनाई जा रही है। इसमें कुल 6 टावर बनाए जाएंगे। जिसमें से दो टावर निजी व्यक्तियों को बेचा जाएगा। मीणा ने कहा कि योजना में ना कोई रोड मैप है, और ना ही पर्यावरण और मोर जैसे पशु-पक्षियों का ध्यान रखा गया है। वर्तमान में इन सरकारी आवास में तीन ओलंपिक खिलाड़ी भी रहते हैं जो कि ओलंपिक खेलों के लिए बाहर गए हुए हैं। ये ओलंपिक जून जुलाई में आयोजित होने हैं। इसके चलते इन खिलाड़ियों के खेल पर भी असर पड़ सकता है। यहां हाईकोर्ट के न्यायाधिपति का निवास भी है। यह वीआईपी सड़क के पास बनाई जा रही है। 

मीणा ने पत्र के जरिये अपनी ही सरकार को घेरा

मीणा ने चिट्ठी के जरिए अपनी ही सरकार को घेरा है। कृषि मंत्री ने चिट्ठी के जरिए सीधे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को घेरने का प्रयास किया है। क्योंकि ये विभाग डायरेक्ट मुख्यमंत्री के दायरे में आता है। किरोड़ी ने सरकार को चेताया है कि इस योजना में 1146 करोड़ का नुकसान हो सकता है। इसीलिए कैबिनेट मंत्री ने सीएम से तुरंत फाइल वापस मंगाने के लिए पत्र में कहा है। मीणा की इस चिट्ठी से नेतृत्व में बदलाव की चर्चा भी तेज हो गई है।

4 जून के बाद हो सकता है नेतृत्व परिवर्तन

इन सब घटनाक्रमों से यह आशंका जताई जा रही है कि 4 जून को लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है। मालूम हो कि राजस्थान में मुख्यमंत्री बनने के बाद भजनलाल शर्मा पहली परीक्षा में फेल हो चुके हैं। सीएम बनने के बाद उनकी पहली परीक्षा करणपुर विधानसभा चुनाव था। जहां वो अपने मंत्री को चुनाव नहीं जीता सके। अब लोकसभा चुनाव में भी भाजपा राजस्थान में पिछला प्रदर्शन दोहराने की स्थिति में नजर नहीं आ रही है। ऐसे में दो परीक्षाओं में फेल होने के बाद प्रदेश में नेतृ्त्व बदलाव की चर्चा तेज हो गई है।