कल देश के 21 राज्यों के चुनाव में क्या कुछ खास… दांव पर 8 मंत्रियों की साख….
देश के 21 राज्यों और केंद्रीय शासित प्रदेशों में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के तहत 102 सीटों पर मतदान होगा। पहले चरण में देश के लगभग सभी क्षेत्रों में मतदान होगा। इससे पूरे देश के मतदाताओं का मिजाज समझ में आ सकता है। राजनीतिक दलों को चुनावी मुद्दों पर भी नए संकेत मिल जाएंगे। पहले चरण में 8 केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
देश के 21 राज्यों और केंद्रीय शासित प्रदेशों में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के तहत 102 सीटों पर मतदान होगा। पहले चरण में देश के लगभग सभी क्षेत्रों में मतदान होगा। इससे पूरे देश के मतदाताओं का मिजाज समझ में आ सकता है। राजनीतिक दलों को चुनावी मुद्दों पर भी नए संकेत मिल जाएंगे। पहले चरण में 8 केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
चुनाव का पहला दौर... दांव पर मंत्रियों की साख
जिला
मंत्री
ऊधमपुर
जितेंद्र सिंह
डिब्रूगढ़
सर्वानंद सोनेवाल
मांडला
फग्गन सिंह
बीकानेर
अर्जुन राम
मुजफ्फरनगर
संजीव बालियान
कूच बिहार
निसिथ प्रमाणिक
नागपुर
नितिन गडकरी
अलवर
भूपेंद्र यादव
अरूणाचल पश्चिम
किरन रिजिजू
हैट्रिक लगाने की कोशिश में नितिन गडकरी
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी नागपुर लोकसभा क्षेत्र से जीत की हैट्रिक लगाने की आस नागपुर लोकसभा क्षेत्र से जीत की हैट्रिक लगाने की आस लगाये बैठे हैं। गडकरी ने लोकसभा चुनाव 2014 में सात बार के सांसद विलास मुत्तेमवार को 2.84 लाख मतों से और लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के मौजूदा अध्यक्ष नाना पटोले को 2.16 लाख मतों से हराकर भारतीय जनता पार्टी को दूसरी बार लगातार नागपुर सीट से विजयी बनाया था।
अरुणाचल पश्चिम से किरण रीजिजू और डिब्रूगढ़ से सर्बानंद सोनोवाल
केंद्रीय मंत्री किरण रीजिजू अरुणाचल पश्चिम सीट से चुनाव मैदान में हैं। 52 वर्षीय भाजपा नेता लोकसभा चुनाव 2004 से तीन बार इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। अरुणाचल पश्चिम लोकसभा सीट पर रीजिजू का मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की अरुणाचल प्रदेश इकाई के वर्तमान अध्यक्ष नबाम तुकी से है। केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल असम के डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं।
मुजफ्फरनगर में त्रिकोणीय मुकाबले में संजीव बलियान
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली का टिकट कटने के बाद राज्यसभा सदस्य सोनोवाल को डिब्रूगढ़ से चुनाव मैदान में उतारा गया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की उम्मीद है। वहां केंद्रीय मंत्री संजीव बलियान का मुकाबला समाजवादी पार्टी (सपा) के हरेंद्र मलिक और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार दारा सिंह प्रजापति से है।
अलवर से मैदान में भूपेंद्र यादव, बीकानेर से उतरे अर्जुन राम मेघवाल
केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य भूपेंद्र यादव को राजस्थान की अलवर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है। यादव का मुकाबला कांग्रेस के मौजूदा विधायक ललित यादव से है। अलवर सीट से मौजूदा सांसद बालक नाथ का टिकट कट गया है। वह फिलहाल विधायक हैं। राजस्थान की बीकानेर संसदीय सीट पर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल से है।
नीलगिरी से एल मुरुगन और शिवगंगा से कार्ति चिदंबरम
तमिलनाडु की नीलगिरी लोकसभा सीट पर द्रमुक सांसद एवं पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार केंद्रीय मत्स्य राज्य मंत्री एल मुरुगन से है। मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए मुरुगन पहली बार नीलगिरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। शिवगंगा लोकसभा सीट से सांसद कार्ति चिदंबरम कांग्रेस के टिकट पर फिर से चुनाव मैदान में हैं। उनका मुकाबला भाजपा के टी देवनाथन यादव और अन्नाद्रमुक के जेवियर दास से है। कार्ति के पिता पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम शिवगंगा लोकसभा सीट से सात बार सांसद चुने गए थे।
उधमपुर से दो बार के सांसद जितेंद्र सिंह की हो पाएगी हैट्रिक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल और दो बार के सांसद जितेंद्र सिंह उधमपुर लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव जीतने की उम्मीद लगाये हुए हैं। भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई कोयंबटूर लोकसभा सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहां उनका मुकाबला द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता गणपति पी. राजकुमार और अखिल भारतीय द्रविड़ मुनेत्र कषगम के सिंगाई रामचंद्रन से है।
पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन की सक्रिय राजनीति में वापसी
हाल ही में तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल पद से इस्तीफा देने वाली तमिलिसाई सौंदरराजन सक्रिय राजनीति में वापसी करते हुए चेन्नई दक्षिण लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस की दिग्गज नेता कुमारी अनंत की बेटी तमिलिसाई सौंदरराजन ने तूतुकोड़ी लोकसभा सीट से द्रमुक नेता कनिमोई के खिलाफ 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गई थीं।
कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में बेटे नकुल नाथ, दांव पर दोनों की साख
कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से एक बार फिर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट को कमलनाथ का गढ़ माना जाता है। उन्होंने 1980 के बाद से नौ बार इस सीट पर जीत हासिल की थी। लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ने राज्य की 29 में से 28 सीट जीती थीं। लेकिन छिंदवाड़ा पर विजय पाने से चूक गई थी। नकुल नाथ ने छिंदवाड़ा से भाजपा उम्मीदवार को 37,536 वोट से हराया था और राज्य में एकमात्र कांग्रेस सांसद के रूप में उभरे थे।