Jaipur News: अगर आप भी है देसी घी के शौकीन तो हो जाएं सावधान, नहीं तो करना पड़ेगा अस्पतालों में भुगतान !
नकली घी बनाकर बाजार में बेचा जा रहा था। पूछताछ में अनीश ने बताया कि वह सारा पैकिंग सामग्री दिल्ली से लाता है और घी पैक कर जयपुर और आसपास के शहरों में सप्लाई करता है। बदले में वह सिर्फ डिजिटल पेमेंट ट्रांसफर करवाता है।
खाद्य सुरक्षा आयुक्तालय की ओर से चलाए जा रहे शुद्ध खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ अभियान के तहत मंगलवार को मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर प्रथम की टीम ने जयसिंहपुरा रोड स्थित अफजल विहार कॉलोनी में कार्रवाई की। कॉलोनी में मोहम्मद अनीस अपने घर में भट्टियां लगाकर फैक्ट्री चला रहा था। इसमें वनस्पति तेलों में घी का एसेंस मिलाकर अलग-अलग ब्रांड के नए पैकेटों में भरकर नकली देसी घी बनाया जा रहा था।
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नकली घी का कारोबार
यहां बड़ी संख्या में पैकिंग सामग्री, भट्टियां और आधुनिक पैकिंग मशीनें और वजन तौलने वाली मशीनें मिलीं। मौके पर सरस, महान, कृष्णा, लोटस आदि सभी ब्रांड के घी पाउच और पैकिंग में तैयार किए जा रहे थे। यहां मिले घी में बदबू आ रही थी और गंदगी भी थी। नकली घी बनाकर बाजार में बेचा जा रहा था। पूछताछ में अनीश ने बताया कि वह सारा पैकिंग सामग्री दिल्ली से लाता है और घी पैक कर जयपुर और आसपास के शहरों में सप्लाई करता है। बदले में वह सिर्फ डिजिटल पेमेंट ट्रांसफर करवाता है। मौके पर अलग-अलग ब्रांड का 1 हजार लीटर नकली घी मिला।
नई पैकिंग पर ब्रांड बारकोड
हैरानी की बात यह रही कि नई पैकिंग पर भी ब्रांडेड घी के बारकोड चिपकाए गए थे। बैच नंबर और सीरीज भी चालू थी। टीम के लिए यह भी जांच का विषय है कि क्या इसमें पूरा रैकेट शामिल है। तैयार घी सूंघने मात्र से बीमारी फैलाने वाला था। टीम ने इसके सेवन से गंभीर बीमारियां होने की आशंका जताई। सरस के क्वालिटी कंट्रोल मैनेजर भी मौके पर पहुंचे, लेकिन लोटस, महान और कृष्णा ब्रांड घी के अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी वे मौके पर नहीं पहुंचे।