Jaipur news: सातवीं मंजिल से कूदकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा मैं चोर नहीं हूं... जानें क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक दिव्यांशी नागर मूल रूप से कोटा की रहने वाली थी। वह दिसंबर 2023 से कॉलेज कैंपस में बने गर्ल्स हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही थी।
मुझे नहीं पता कि वे मुझे क्यों निशाना बना रहे हैं। मैं चोर नहीं हूं... ये राजस्थान के जयपुर में मेडिकल की पढ़ाई कर रही 19 वर्षीय दिव्यांशी नागर के आखिरी शब्द थे। इसके बाद दिव्यांशी ने अपार्टमेंट की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। दिव्यांशी ने जिस अपार्टमेंट में आत्महत्या की, वहां उसके मामा और मामी रहते हैं। भांजी की मौत के बाद मामा ने आरोप लगाया- मेरी भांजी डिप्रेशन में थी। जिस हॉस्टल में रहती थी, वहां का वार्डन उसे परेशान करता था। उस पर चोरी का आरोप लगाकर हॉस्टल से भी निकाल दिया था।
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कोटा की रहने वाली थी दिव्यांशी नागर
पुलिस ने दिव्यांशी के मामा जयंत कलवार की शिकायत पर आरोपी हॉस्टल वार्डन और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले में आगे की कार्रवाई जारी है। जानकारी के मुताबिक दिव्यांशी नागर मूल रूप से कोटा की रहने वाली थी। वह दिसंबर 2023 से कॉलेज कैंपस में बने गर्ल्स हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही थी। जयंत कलवार ने उस दिन की पूरी कहानी बताई। उन्होंने बताया- 29 अगस्त की शाम करीब साढ़े चार बजे दिव्यांशी की मां सुनीला का फोन आया। उन्होंने बताया कि हॉस्टल वार्डन ने उन्हें फोन कर कहा- दिव्यांशी को हॉस्टल से निकाला जा रहा है। आप जयपुर आकर उसे तुरंत हॉस्टल से ले जाएं। बहन सुनीला के कहने पर मैं अपनी पत्नी के साथ शाम करीब सवा पांच बजे दिव्यांशी के हॉस्टल पहुंचा। हॉस्टल वार्डन सीमा मीना से मिले तो वह दिव्यांशी की शिकायत करने लगी। उसने कहा कि वह चोरी करती है। मैं उसे यहां नहीं रहने दूंगी। उस समय वहां कई अन्य लड़कियां भी मौजूद थीं। वार्डन सबके सामने दिव्यांशी को बेइज्जत कर रही थी। इसके बाद हम भतीजी को वहां से लेकर अपने घर चले गए।
दिव्यांशी ने क्या कहा?
चाचा ने आगे बताया- दिव्यांशी पूरे रास्ते रोती रही। हमने उसे शांत करने की कोशिश की। लेकिन वह एक ही बात कहती रही। चाचा मैंने कुछ नहीं चुराया है। वार्डन मुझ पर झूठे आरोप लगा रही है। मुझे नहीं पता कि मुझे क्यों निशाना बनाया जा रहा है। लेकिन इस वजह से कॉलेज में सब मुझे चोर कहते हैं। इससे पहले भी वार्डन ने एक अन्य लड़की पर इसी तरह के आरोप लगाए थे और उसे हॉस्टल से निकाल दिया था। दिव्यांशी ने अपार्टमेंट से छलांग लगा ली जयंत के मुताबिक, जब वह घर पहुंचा तो उसने दिव्यांशी को शांत कराया। कहा- ठीक है बेटा, हम कॉलेज वालों से बात करेंगे। इसके बाद मेरी पत्नी किचन में काम करने चली गई और मैं कुछ सामान खरीदने बाजार चला गया। लेकिन तभी मुझे फोन आया और बताया गया कि दिव्यांशी ने अपार्टमेंट से छलांग लगा दी है। हम उसे तुरंत अस्पताल लेकर गए। उसकी गंभीर हालत को देखते हुए दिव्यांशी को सीके बिड़ला अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन उसी रात उसकी मौत हो गई। दिव्यांशी के परिजनों की मांग पुलिस ने कहा- हमने केस दर्ज कर लिया है। कॉलेज प्रशासन और हॉस्टल वार्डन से पूछताछ की जा रही है। उनका कहना है कि घटना को कई दिन बीत चुके हैं।