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Jaisalmer News: प्लास्टिक बैग में सड़क पर मिला नवजात, डॉक्टरों ने कुछ इस तरह से बचाई मासूम की जान

Jaisalmer News: राजस्थान के जैसलमेर जिले में बीती रात एक गाड़ी से कुछ लोग नवजात बच्चे को सड़क पर फेंक कर फरार हो गए. जिसके बाद से इलाके में हड़कंप मंच गया. 

Jaisalmer News: प्लास्टिक बैग में सड़क पर मिला नवजात, डॉक्टरों ने कुछ इस तरह से बचाई मासूम की जान
सड़क पर मिला नवजात बच्चा

जैसलमेर के छत्रैल गांव की मुख्य सड़क में बीती रात एक गाड़ी में सावर कुछ लोग एक प्लासिक सड़क में फेंक के फरार हो गए. जिसके बाद इलाके में बैठे में कुछ लोगों ने प्लासिक बैग को खोल कर देखा तो उसमें से नवजात बच्चा मिला. नवाजत मिलने के बाद इलाके हड़कंप मच गया. गांव वालों ने तुरंत पुलिस और 108 को सूचना में दी. सूचना के मौके पर पहुंची 108 ने बच्चे को जवाहिर हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है.

नवजात मिलने की जानकारी पर सीडबल्यूसी और राजकीय शिशु गृह की टीम भी हॉस्पिटल पहुंची. शहर कोतवाली की टीम ने नवजात बच्चे की जानकारी ली और गाड़ी की तलाश में जुट गई है. डॉक्टर दिनेश जांगिड़ ने बताया कि बच्चे को सांस लेने में तकलीफ है. बच्चा 2 KG 750 ग्राम का स्वस्थ है. फिलहाल वो गहन चिकित्सा इकाई में डॉक्टरों कि देखरेख में है. शिशुओं की गहन चिकित्सा इकाई में देखभाल के लिए राजकीय शिशु गृह की केयर टेकर की भी ड्यूटी लगाई गई है.

प्लास्टिक बैग में बंधा था नवजात

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार रात करीब 11 बजे छत्रेल गांव की मुख्य सड़क पर एक कमांडर जीप आकर रुकी. सड़क पर बैठे कुछ युवकों ने गाड़ी को रुकते हुए देखा. कुछ देर बाद गाड़ी में से कुछ फेंका गया, जिसे युवकों ने देखा और गाड़ी मौके से फरार हो गई. युवकों ने नजदीक जाकर देखा तो अन्नपूर्णा फूड पैकेट का प्लास्टिक का बैग था. बैग को जब खोला गया तो उसमें बंद प्लास्टिक का बैग था. पॉलीथिन काट कर उसमें टाइट बंद कपड़ा जब खोला गया तो सब हैरान रह गए. अंदर एक नवजात बच्चा मिला.

बच्चा खतरे से बाहर है

डॉ दिनेश जांगिड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चा हेल्थी है, जिस तरह से उसको प्लासिक में बंद किया गया था. उसके लिहाज से उसको समय पर प्लास्टिक बैग से नहीं निकाला जाता तो बच्चे की जान जा सकती थी. ग्रामीणों ने 108 को सूचना देकर मौके पर बुलाया. EMT राजेश दैया और पायलट ओम प्रकाश ने नवजात को जवाहिर हॉस्पिटल के SNCU वॉर्ड में भर्ती करवाया. डॉक्टरों ने बच्चे की जांच कर उसका इलाज शुरू किया. फिलहाल बच्चा खतरे से बाहर है.

राजकीय शिशु गृह की टीम मौके पर

नवजात बच्चे के मिलने की सूचना मिलने के बाद शिशु गृह की टीम की मैनेजर प्रियंशा, सोशल वर्कर शिल्पा, मेल नर्स तेजदान व केयर टेकर गीता ने जाकर बच्चे को संरक्षण में लिया. बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मुकेश व्यास ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि फिलहाल हम बच्चे की देखभाल कर रहे हैं. बच्चे को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करने के बाद शिशु गृह के संरक्षण में लाया जाएगा. शिशु गृह में बेहतरीन देखभाल के साथ निसंतान दम्पति को गोद देने की प्रक्रिया की जाएगी.