Jodhpur News: अमानवीयता की हदें पार, न्याय की आस में परिवार, कब मिलेगा अनीता को इंसाफ?, पुलिस की कार्यशैली पर सवाल
परिजनों का आरोप है कि पुलिस साक्ष्य मिटाने में लगी है और नामजद आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने बताया कि 31 तारीख को पोस्टमार्टम के लिए सहमति दी गई थी।
जोधपुर में अनीता हत्याकांड ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। पीड़ित परिवार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अनीता का शव छह टुकड़ों में मिला था, जिसे देखकर परिजनों ने न्यायिक जांच की मांग की। लेकिन, पुलिस की कार्रवाई और रवैया सवालों के घेरे में है।
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पुलिस पर गंभीर आरोप
परिजनों का आरोप है कि पुलिस साक्ष्य मिटाने में लगी है और नामजद आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने बताया कि 31 तारीख को पोस्टमार्टम के लिए सहमति दी गई थी, फिर भी पुलिस ने 13 तारीख तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इसके विपरीत, पुलिस पर जबरन अंतिम संस्कार कराने का दबाव डालने का भी आरोप है।
हनुमान बेनीवाल ने की न्याय की मांग
परिजनों का कहना है कि सत्ता पक्ष के किसी नेता ने इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं किया। सीबीआई जांच की मांग को लेकर भी सरकार चुप है। आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने इस मामले में ट्वीट कर न्याय की मांग की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला।
इंसाफ की गुहार
परिवार का कहना है कि जब तक मुख्य आरोपी तैयब अंसारी की भूमिका स्पष्ट नहीं होती, अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। पुलिस की निष्क्रियता और बयानों की कमी ने पीड़ित परिवार का गुस्सा और बढ़ा दिया है।
दोषियों को सजा की मांग
सामाजिक संगठनों ने इस मामले में पुलिस और प्रशासन के रवैये की कड़ी आलोचना की है। ये मांग की गई है कि दोषियों को गिरफ्तार कर सीबीआई जांच सुनिश्चित की जाए। जब तक न्याय नहीं मिलता, पीड़ित परिवार और समाज का आक्रोश जारी रहेगा।