Jodhpur News: HC के आदेश के बाद वन विभाग ने की कार्रवाई, पक्के मकान की तोड़ी बाउंड्री, स्थानीय निवासियों ने किया विरोध
Jodhpur News: जोधपुर सूरसागर क्षेत्र में मगजी की घाटी स्थित वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण हटाने टीम पहुंची। जनता के विरोध के बीच में पक्की बाउंड्री तोड़ी गई। हाई कोर्ट के आदेश पर एक बार फिर कार्रवाई वापस हुई और आमजन में विरोध देखा नजर आया।
Jodhpur News: जोधपुर सूरसागर क्षेत्र में मगजी की घाटी स्थित वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण हटाने टीम पहुंची। जनता के विरोध के बीच में पक्की बाउंड्री तोड़ी गई। हाई कोर्ट के आदेश पर एक बार फिर कार्रवाई वापस हुई और आमजन में विरोध देखा नजर आया।
क्या है मामला?
जोधपुर के सूरसागर क्षेत्र के मगजी की घाटी स्थित फॉरेस्ट लैंड पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए आज टीम पहुंची। मौके पर विरोध के बाद बाउंड्री वॉल को तोड़ा गया, कुछ दिनों पहले भी एक बार कार्रवाई की थी। कच्चे बड़ों का निर्माण किया गया था। अवैध रूप से घर बना कर रह रहे लोगों के क्षेत्र खाली करवाने के निर्देश दिए थे। हाई कोर्ट के आदेश पर आज एक बार फिर टीम मौके पर पहुंची और पक्के निर्माण पर जेसीबी चलाई। इस पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
लोगों ने जेसीबी के आगे आकार किया विरोध प्रदर्शन
मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने आमजन को समझाया। इसकी हाईकोर्ट में चल रहे पिछले लंबे समय से राम जी व्यास बादाम राज्य सरकार के हाईकोर्ट ने वन विभाग व जिला प्रशासन को वन विभाग की भूमि से अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे। इस पर विभाग में अन्य विभागों के सहयोग से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की 6 जून को अतिक्रमण हटाया गया। उसे समय विरोध के बाद टीम ने कच्ची बड़े को भी हटाया। आज टीम ने पक्के निर्माण किए हुए बड़ों को भी हटाया गया। लोगों ने जेसीबी के आगे आकार विरोध प्रदर्शन किया। इस पर वन विभाग व पुलिस टीम की संदेश के बाद लोग वहां से हटे।
आपको बता दें, बेरी गंगा क्षेत्र वन विभाग के संचित भूमि पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। इस भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए पर्यावरण राम जी व्यास ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। इस याचिका पर सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने वन विभाग को जमीन को मुक्त करने के लिए कहा। आज वन विभाग टीम पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंची और कई बड़े और मकान की दीवारों को ध्वस्त किया गया। आम जनता का विरोध रहा पुलिस और वन अधिकारियों ने समझाइस कर समझाया।
बाइट :- मोहित गुप्ता, डीएफओ
रिपोर्ट- सुधीर पाल