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Rajasthan News: चुनाव के बाद नरेश मीणा के सियासी भविष्य पर सवाल ! कैसे लगेगी नैया पार, जानें यहां

राजस्थान उपचुनाव में देवली उनियारा सीट से नरेश मीणा की हार, जेल में रहते हुए भी 40 हजार वोट हासिल किए। क्या थप्पड़ कांड ने डुबोई नैया? निहारिका जोरवाल का कथित ऑडियो वायरल, नरेश मीणा के समर्थन में की बात। जानें पूरा मामला।

Rajasthan News: चुनाव के बाद नरेश मीणा के सियासी भविष्य पर सवाल !  कैसे लगेगी नैया पार, जानें यहां

खबर राजस्थान से है। जहां उपचुनावों की रिजल्ट में बीजेपी ने बाजी मारी है। एक तरफ चर्चा बीजेपी की जीत है तो दूसरी तरफ कांग्रेस के हार की। हालांकि इन सबके बीच हर किसी की जुबान पर नरेश मीणा का नाम है। जिनके थप्पड़ कांड ने जमकर सुर्खियां बंटोरी थीं। एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने के बाद नरेश जेल में बंद हैं। वहीं, उपचुनावों में भी उनको हार का सामना करना पड़ा और हालांकि वह अपने प्रभाव से 40 हजार वोट पाने में कामयाब रहे। देवली उनियारा सीट से राजेंद्र भांपू ने जीत हासिल की है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हो रहा है। जहां एक शख्स को नरेश मीणा के समर्थन में बात करते सुना जा सकता है। वहीं, दावा किया जा रहा है ये ऑडियो अमृतलाल मीणा की बेटी निहारिका जोरवाल का है। हालांकि इस ऑडियो की भारत रफ्तार पुष्टि नहीं करता है। 

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ऑडियो में हुई बातचीत 

एक शख्स निहारिका से पूछता है मैडम अपने नरेश भैया के बारे में कुछ नहीं बोला। तो वह कहती हैं हां नहीं बोला। यूनिवर्सिटी चुनाव में आपने उन्हें भैया कहा था। उन्होंने आपका बहुत सपोर्ट किया था। निहारिका पूछती हैं तुमने चुनाव देखा था क्या। शख्स उसने कॉपरेट करने की बात कहता है तो वह इसे नकार हुए कहती हैं गलत-गलत होता है। जिसे सही नहीं ठहराया जाता है। ये कानूनी तौर पर गलत है। पुलिस और कानून अपनी कार्रवाई कर रही है। शख्स उन्हें मीणा समाज का हवाला भी देता हैं तो निहारिका कहती हैं समान समाज से आने पर गलत को सही नहीं ठहराया जा सकता। बस यहीं से फोन कॉल कट हो जाती है। 

मुश्किल में नरेश मीणा का सियासी भविष्य

देवली उनियारा सीट पर बीजेपी ने जीत का परचम लहराया है। ऐसे में नरेश मीणा के सियासी भविष्य को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। इस वक्त वह जेल में बंद है। पहले वह कांग्रेस में थे लेकिन उनके अकेले मैदान में उतरने से नरेश कही के नहीं रहे। ऐसे में उनके सियासी पारी पर भी खतरों के बादल मंडराने लगे हैं। जिस तरह समरावता गांव में हिंस हुई,उसे देखकर नहीं लगता कि पुलिस नरेश मीणा को ऐसे जाने देगी। इससे इतर बागी होकर मैदान में उतरने से कांग्रेस ने उनसे पल्ला झाड़ लिया है। एक तरफ कई लोग नरेश मीणा के साथ खड़े हैं तो कई लोग ऐसे भी हैं जो गांव में हुई हिंसा का जिम्मेदार नरेश मीणा को मानते हैं। ऐसे में जेल से बाहर निकलकर फिर से राजनीति शुरु करना उनके लिए काफी मुश्किल हो सकता है।