Rajasthan News: राजस्थान के दिग्गज नेताओं का "थप्पड़" इतिहास ! नरेश मीणा से पहले ये नेता भी दे चुके अंजाम
राजस्थान में नरेश मीणा का "थप्पड़ कांड" चर्चा में है, लेकिन क्या वे अकेले हैं? जानें राजस्थान के अन्य प्रभावशाली नेताओं के बारे में जिन्होंने अधिकारियों पर हाथ उठाया।
राजस्थान में इन दिनों थप्पड़ कांड की गूंज सुनाई दे रही है। नेताओं से लेकर आम जनता तक हर किसी के जुबान पर बस नरेश मीणा का नाम है। कई लोगों उनके इस हरकत के खिलाफ खड़े हैं तो कई नरेश मीणा के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। बहरहाल, हिंसा और उपद्रव को किसी भी हालत में जायज नहीं ठहराया जा सकता,हालांकि इतिहास के पन्नो को पलटे तों नरेश मीणा ऐसे पहले नेता नहीं है जिन्होंने किसी अधिकारी को थप्पड़ मारा हो। इससे पहले भी राजस्थान के कई बड़े नेता इस तरह की घटनाओं को लेकर सुर्खियां बंटोर चुके हैं।
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1) देवीसिंह भाटी
देवीसिंह भाटी का नाम राजस्थान के कद्दावर नेताओं में शामिल हैं। उन्होंने आगे चलकर अपनी पार्टी भी बनाई थी। वह बीकानेर से आते हैं और राजपूत समाज पर अच्छा प्रभाव भी रखते हैं। देवीसिंह प्रदेश की महारानी यानी वसुंधरा राजे संग अपनी अदावत को लेकर जानें जाते थे। बात 1997 की है जब उन्होंने अपने सचिव को थप्पड़ मार दिया था। इस घटनाक्रम के बाद उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
2) गिर्राज सिंह मलिंगा
लिस्ट में दूसरा नाम गिर्राज सिंह मलिंगा का है। जो पहले कांग्रेस में थे और अब बीजेपी के साथ है। बात अशोक गहलोत के कार्यकाल की है। जब उन्होंने ठाकुरों के गावों की बिजली काटने के विरोध में दलित बिजली इंजीनियर को पीटा था। पीड़ित की हालत इतनी खराब है कि वह कई सालों से अस्पताल में भर्ती है। मामला बढ़ा तो कांग्रेस ने दूरी बना ली। वह बीते विधानसभा चुनावों में बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़े हालांकि हार का सामना करना पड़ा।
3) भवानी सिंह रजावत
भवानी सिंह रजावत भी राजस्थान की राजनीति में बड़ा चेहरा है। उन्होने 2022 में आईएफएस अधिकारी को थप्पड़ मारा था। मामला बढ़ा तो वह बैकफुट पर आये। पूर्व विधायक लगभग 10 दिनों तक जेल में रहे थे।
4) सीपी जोशी
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सीपी जोशी का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। उन्होंने 2022 में एक सरकारी कर्मचारी को तमाचा जड़ दिया था। जानकारी के अनुसार किसी ने कर्मचारी के रिश्वत लेने की शिकायत की थी, इस बात से सीपी जोशी नाराज हो गये थे और उन्होंने थप्पड़ कांड को अंजाम दिया। इस मामले में खूब हो-हल्ला भी हुआ था हालांकि उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया।
खैर नरेश मीणा ने जो किया उसे बिल्कुल भी जायज नहीं ठहराया जा सकता लेकिन इस बात से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है कि इस तरह के थप्पड़ कांड को केवल नरेश मीणा ने अंजाम दिया है। अगर आप राजस्थान के सियासी पन्नों को पलट कर देखेंगे तो न जानें ऐसे कितने केस मिल जायेंगे।