Banswara News: सांसद राजकुमार रोत का बड़ा आरोप, RSS लोगों को बना रहा मानसिक गुलाम
बांसवाड़ा के सांसद राजकुमार रोत ने RSS पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि संगठन धर्म का सहारा लेकर आदिवासी और अल्पसंख्यकों के बीच दरार पैदा कर रहा है।
राजस्थान की राजनीति इन दिनों खासा गरमाई हुई है, जहां नेताओं की बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज़ी से बढ़ रहा है। इसी माहौल में बांसवाड़ा के सांसद राजकुमार रोत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। उनका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वे संघ के खिलाफ तीखे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
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आदिवासी कार्यक्रम में दिया बयान
राजकुमार रोत ने बांसवाड़ा के आंबा गांव में एक आदिवासी परिवार द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बयान दिया। उन्होंने RSS पर धर्म का सहारा लेकर लोगों को मानसिक गुलाम बनाने का आरोप लगाया। रोत का कहना था कि संघ आदिवासी और अल्पसंख्यक समुदायों के बीच धर्म के माध्यम से दरार पैदा कर रहा है, जिससे समाज में विभाजन बढ़ रहा है। सांसद रोत ने कहा, RSS धर्म के नाम पर समाज को बांटने का काम कर रहा है और उन्हें मानसिक रूप से गुलाम बना रहा है।
देश में संघ के प्रभाव पर चर्चा
रोत का यह बयान उस समय सामने आया है जब देशभर में RSS के कार्यों और इसके बढ़ते प्रभाव पर बहस छिड़ी हुई है। कई लोग संघ को एक सांस्कृतिक संगठन मानते हैं, जबकि अन्य इसे राजनीति से जोड़ते हुए इसकी आलोचना करते हैं। रोत ने अपने बयान में सीधे तौर पर आदिवासी समुदाय से अपील की कि वे अपने अधिकारों को समझें और मानसिक गुलामी की इस बेड़ियों से खुद को आजाद करें। उन्होंने कहा हम आदिवासी अपने अधिकारों को पहचानें और संघ द्वारा फैलाए जा रहे इस मानसिक गुलामी से खुद को मुक्त करें।
रोत ने अपनी पार्टी की तारीफ की
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए, रोत ने कहा कि उनकी पार्टी, भारत आदिवासी पार्टी, संविधान के अनुसार धर्म का पालन करने की वकालत करती है। हमारी पार्टी लोगों को संविधान के दायरे में धर्म अपनाने की छूट देने को सपोर्ट करती है।