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धौलपुर में मनाई गई सोमवती अमावस्या, मचकुंड सरोवर पर दिखी श्रद्धालुओं की भीड़, धार्मिक आयोजनों का आयोजन

सोमवती अमावस्या के अवसर पर धौलपुर जिले के मचकुंड सरोवर पर भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। श्रद्धालुओं ने पवित्र जल में स्नान कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की और मचकुंड महाराज के दर्शन किए। धार्मिक आयोजनों और भंडारों के साथ इस दिन को विशेष रूप से मनाया गया।

धौलपुर में मनाई गई सोमवती अमावस्या, मचकुंड  सरोवर पर दिखी श्रद्धालुओं की भीड़, धार्मिक आयोजनों का आयोजन

सोमवती अमावस्या के पावन अवसर पर धौलपुर जिले के मचकुंड स्थित पवित्र सरोवर पर भक्तों का श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। सोमवार को मंदिरों और मचकुंड सरोवर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। इस विशेष दिन पर लोगों ने मचकुंड के पवित्र जल में स्नान करके परिवार की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना की।

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श्रद्धालुओं की भारी भीड़ 

सुबह से ही मचकुंड सरोवर पर श्रद्धालुओं की भीड़ जमी रही। कई भक्त मचकुंड की ओर बढ़ते हुए पूजा-अर्चना और दान-पुण्य की तैयारी में जुटे थे। श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में स्नान किया और इसके बाद मंदिरों में जाकर तीर्थराज मचकुंड महाराज के दर्शन किए। स्नान के बाद, भक्तों ने सरोवर की परिक्रमा भी की, जो इस दिन की एक महत्वपूर्ण धार्मिक परंपरा है।

पवित्र परिक्रमा का आयोजन 

लाडली जगमोहन मंदिर के महंत कृष्णदास ने बताया कि सोमवती अमावस्या के अवसर पर तीर्थराज मचकुंड की पवित्र परिक्रमा का आयोजन विशेष रूप से किया गया। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर विभिन्न धार्मिक आयोजन, पूजा-पाठ और भंडारे का आयोजन भी किया गया। महंत कृष्णदास ने बताया कि सोमवती अमावस्या के दिन मचकुंड में स्नान का विशेष महत्व है और इसके चलते भक्तों ने सुबह से ही इस पवित्र स्थान पर आना शुरू कर दिया था।

भक्तों ने की पूजा-अर्चना

सरोवर पर स्नान करने के बाद, भक्तों ने मंदिर परिसर में जाकर पूजा-अर्चना की और भगवान से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दिन श्रद्धालुओं ने जगह-जगह भंडारे आयोजित किए, जहां प्रसाद वितरित किया गया। इन भंडारों में भक्तों ने मुफ्त भोजन का आनंद लिया और परंपरागत प्रसाद ग्रहण किया।

मचकुंड के पवित्र सरोवर पर इस दिन की गई श्रद्धा और भक्ति ने सोमवती अमावस्या की महत्वता को एक बार फिर से स्थापित किया। धार्मिक आयोजनों के माध्यम से भक्तों ने इस पावन दिन को विशेष रूप से मनाया और अपने जीवन को धन्य किया।