पूर्व विधायक दिव्या और जिला ग्रामीण अधीक्षक के बीच ट्विटर वॉर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंची पूर्व विधायक
जोधपुर ओसिया की पूर्व विधायक दिव्या मदेरणा और जोधपुर जिला ग्रामीण अधीक्षक के बीच चल रहे ट्विटर वॉर के बीच आज पूर्व विधायक दिव्या मदेरणा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह लखावत से मिलीं.
जोधपुर ओसिया की पूर्व विधायक दिव्या मदेरणा और जोधपुर जिला ग्रामीण अधीक्षक के बीच चल रहे ट्विटर वॉर के बीच आज पूर्व विधायक दिव्या मदेरणा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह लखावत से मिलीं. उन्होंने भोपालगढ़ में हुए जानलेवा हमले के मामले में बताया कि पूर्व विधायक ओसियां दिव्या मदेरणा पर भोपालगढ़ में कॉपरेटिव चुनाव के समय जानलेवा हमला हुआ था. उस मामले में पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए भोपालगढ़ शो के द्वारा एक एफआईआर दर्ज की गई. फिर संख्या 67 ऑब्लिक 2023 दर्ज हुई. इसके अनुसंधान अधिकारी एडिशनल एसपी गोपाल सिंह लखावत हैं और उन्हीं के समक्ष पहुंची.
आपको बता दें कि हाल ही में धनारी घटना के बाद पूर्व विधायक दिव्या मदेरणा और जोधपुर जिला ग्रामीण अधीक्षक के बीच ट्विटर वॉर चल रही है. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर दिव्या मदेरणा ने एडिशनल एसपी के समक्ष पहुंच बातचीत की.
पूर्व विधायक की पत्रकारों से बातचीत
ओसियां पूर्व विधायक दिव्या मदेरणा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ‘1 साल पहले भोपालगढ़ में कॉपरेटिव चुनाव के मार्केटिंग के चुनाव के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का जब चुनाव था,तो मेरी गाड़ी के ऊपर पुलिस की सुरक्षा जोकि स्वयं धर्मेंद्र यादव वर्तमान एसपी हैं, उन्होंने मुझे सुरक्षा प्रदान की थी. उसमें मेरे पर जानलेवा हमला हुआ था. जिस मुद्दे को मैंने दोबारा उठाया था, क्योंकि कुछ दिन पहले धनारी कला में घटना हुई थी. उसको लेकर के आईजी से मुलाकात की और मैंने वक्तव्य दिया था. जिसमें मैंने कहा था की खड़ी गाड़ी के कांच तोड़े गए थे. जिसमें रंगदारी, फिरौती की धाराओं में मामला दर्ज किया जाता है.’ विधायक ने कहा, ‘मेरा प्रश्न था कि उस समय भी एसपी धर्मेंद्र कुमार यादव थे और अभी भी एसपी धर्मेंद्र कुमार यादव हैं. कौन सी ज्यादा बड़ी घटना संगीन है. जिसमें एक महिला विधायक वह भी सत्ता में थी, उस गाड़ी में बैठी थी, मैंने सूचना दी थी कि मेरे ऊपर जानलेवा हमला होगा. एक व्यक्ति है मनीष खदाव, जिनका फार्म विड्रॉल करना है.
मेरे ऊपर हमला हो सकता है : दिव्या मदेरणा
वहा सड़के बंद हो चुकी थीं. मेरे ऊपर हमला हो सकता है. कैंडिडेट का फार्म विड्रॉल करना होता है या एक किसी महिला को गाड़ी में बैठकर लाठियां से पीटना ज्यादा संगीन है या फिर किसी खड़ी गाड़ी का शीशा तोड़ना और उसमें एक भी अरेस्ट नहीं होना ज्यादा संगीन है. उसके ऊपर जोधपुर ग्रामीण पुलिस में अपने अधिकृत हैंडल से एक ट्वीट किया और उसे ट्वीट में लिखा कि जो कॉपरेटिव चुनाव की घटना हुई थी, दिव्या मदेरणा अपनी एक गाड़ी में अपने वोटर को लेकर जा रही थीं, जो कि नियम विरुद्ध है और इसलिए यह घटना हुई. इसमें कार्रवाई जारी है.’ उन्होंने कहा कि ‘यह मुद्दा मैंने उठाया था, कि यहां से पहले यादव की सिरोही ट्रांसफर कर दी गई थी और कोई अरेस्ट नहीं हुआ है. इसका मतलब उनके अधीन है. उसके बाद जब मैंने उस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए यह पूछा कि कौन सी नियमावली है, कौन सा एक मैन्युअल है, जिसमें मेरा अपराध पाया जाता है. आप उसको अपराध की श्रेणी में मानेंगे कि वोटर या कोई मेरे साथ जा रहा है तो मैंने अपराध किया है या उल्लंघन किया है.’
उन्होंने बताया, ‘आरपी एक्ट सेक्शन 133 का उल्लेख किया. ट्वीट के ऊपर राजस्थान पुलिस को भी इस बारे में पूछा है. पहले फेज में 19 अप्रैल को दूसरे फेस में 26 अप्रैल को 133 के नियम के किसी की गाड़ी में अगर वोटर बैठकर जा रहा है, तो वह नियम विरोधी है. ऐसे कितने मामले पूरे राजस्थान में हैं बताया जाए, क्योंकि जनप्रतिनिधि होने के नाते मुझे जानना जरूरी है.’
उन्होंने कहा कि जांच अधिकारी ने बताया कि अभी मामला इन्वेस्टिगेशन में चल रहा है. उन्होंने कहा कि अगर इस पूरे मामले को लेकर यहां कुछ नहीं हुआ, तो वो आईजी के समक्ष पेश होंगी. डीजीपी से भी बात करेंगी. अगर डीजीपी से भी बात नहीं बनी तो मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेंगी.