‘द लेक सिटी’ उदयपुर की इन 5 झीलों में बोटिंग का लुत्फ जरुर उठाएं
राजस्थान के उदयपुर को झीलों का शहर कहा जाता है। यहां कई सुंदर झीले हैं। लेकिन इस लेख में हम आपको उन 5 झीलों के बारे में बता रहे हैं,जोकि बोटिंग करने के लिहाज से बेहद खूबसूरत हैं।
उदयपुर को ‘द लेक सिटी ऑफ उदयपुर’ कहा जाता है। उदयपुर में कई कृत्रिम खूबसूरत झीलें हैं। जिनकी सुंदरता देखते ही बनती है। उदयपुर को राजस्थान के अन्य शहरों से अलग बनाने में इन झीलों का विशेष महत्व है। तो चलिए आज हम आपको यहां कि ही सबसे प्रसिद्ध 5 झीलों के बारे में बताते हैं।
- पिछोला झील
पिछोला झील उदयपुर शहर की सबसे प्रसिद्ध और सबसे सुन्दर झील है। इसके बीच में जग मन्दिर और जग निवास महल हैं, जिनका प्रतिबिम्ब झील में पड़ता है। जोकि बेहद खूबसूरत लगता है। इस झील का निर्माण 14वीं शताब्दी के आखिर में राणा लाखा के शासनकाल में एक बंजारे ने कराया था और बाद में राजा उदयसिंह ने इसे ठीक कराया। पिछोला झील चार कि.मी. लम्बी और तीन कि.मी. चौड़ी है। झील के पूर्वी किनारे पर सिटी पैलेस और दक्षिणी उद्यान झील के कारण ये और भी शोभनीय मालूम पड़ती है।
- उदयसागर झील
उदयपुर के पूर्व में करीब 13 कि.मी. की दूरी पर स्थित उदय सागर झील उदयपुर की पाँच अनोखी झीलों में से एक है, जिसका निर्माण 1559 में महाराणा उदय सिंह द्वारा शुरू किया गया था। उदय सागर झील की लंबाई 4 किलोमीटर, चौड़ाई 2.5 किलोमीटर और इसकी गहराई 9 मीटर है जो उदयपुर की यात्रा करने वाले पर्यटकों के लिए लोकप्रिय जगह है।
- फतेहसागर झील
फतेह सागर झील उदयपुर के उत्तर-पश्चिम में स्थित है, जो उदयपुर के सबसे खास पर्यटन स्थलों में से एक है। अरावली पहाड़ियों से घिरे उदयपुर की यह दूसरी सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है। महाराणा जय सिंह ने साल 1687 में फतेह सागर झील का निर्माण किया था। यहां परिवार के साथ सैर सपाटा भी कर सकते हैं। झील के पास से सूर्यास्त को देखना काफी खास साबित हो सकता है।
- दूध तलाई झील
दूध तलाई झील एक झील या छोटा तालाब है, ये महाराणा फ़तेह सिंह के निवास स्थान शिव पैलेस और पिछोला झील के निकट स्थित है। चारों ओर अद्भुत पहाड़ियों से घिरी यह झील ऊंट और घोड़े की सवारी की साहसिक गतिविधियों का आयोजन करती है। इसके किनारों पर शांत पिछोला और दूध तलाई की झील का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है।
- जयसमंद झील
जयसमंद झील गोविंद बल्लभ पंत सागर के बाद भारत की दूसरी सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है। ये झील वन्यजीव अभयारण्य से घिरी हुई है। जोकि कई दुर्लभ जानवरों के लिए भी प्रसिद्ध है। स्थानीय लोग इसे धेबर झील कहते हैं। इस झील के साथ ही आप आसपास के अभयारण्य में करीब 20 रुपये का टिकट लेकर जा जा सकते हैं।