देवराज की मौत के बाद पहली बार ऑनलाइन आए लोग, इंटरनेट सेवा हुई बहाल, नहीं डालनी है ऐसी पोस्ट, तुरंत पहुंच जाएंगे जेल
इंटरनेट बहाल होने के बाद उदयपुर रेंज आईजी अजयपाल लांबा ने लोगों से खास अपील की। उन्होंने कहा कि सभी से अनुरोध है कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें।
छात्रों द्वारा चाकूबाजी की घटना के बाद उदयपुर में इंटरनेट सेवा बाधित कर दी गई थी। यह फैसला लोगों को किसी भी तरह की अफवाह में फंसकर गलत कदम उठाने से रोकने के लिए लिया गया था। इस हमले में घायल छात्र की मौत हो गई है। अब पांच दिन बाद शहर में फिर से इंटरनेट सेवा शुरू कर दी गई है। पिछले पांच दिनों से शहर के लोग बिना इंटरनेट के रह रहे थे।
ये भी पढ़िए -
इंटरनेट बहाल होने के बाद उदयपुर रेंज आईजी अजयपाल लांबा ने लोगों से खास अपील की। उन्होंने कहा कि सभी से अनुरोध है कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। आज पांच दिन बाद इंटरनेट सेवा शुरू की गई है। ऐसे में अगर कोई किसी तरह की भड़काऊ पोस्ट या दंगा भड़काने वाली कोई बात डालता है तो उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाएगा।
सावधानी के तौर पर इंटरनेट बंद कर दिया गया था
16 अगस्त को उदयपुर के एक स्कूल में दो छात्रों पर चाकू से हमला किया गया था। एक छात्र को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। जबकि आरोपी छात्र के घर पर बुलडोजर चला दिया गया था। इस घटना के बाद शहर में अचानक दंगे भड़क उठे थे। लोग सड़कों पर उतर आए और जमकर हंगामा किया। किसी बड़ी घटना को रोकने के लिए शहर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी।
क्या था मामला
13 अगस्त को उदयपुर में अचानक हालात बिगड़ गए थे। सरकारी स्कूल के एक छात्र ने अपने दोस्त पर चाकू से हमला कर दिया था। घायल छात्र देवराज का इलाज चल रहा था, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। हमले की खबर फैलते ही शहर में अफरा-तफरी मच गई। किसी अफवाह के चलते कोई बड़ी घटना न हो जाए, इसके लिए शहर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। अब इसे बहाल कर दिया गया है, लेकिन ऐसी कोई भी पोस्ट जिससे दंगा भड़क सकता है, उसके खिलाफ कार्रवाई की बात कही गई है। ऐसे में लोगों से संभलकर पोस्ट करने को कहा गया है।
मृतक के पिता को सौंपा चेक
दूसरी ओर, बुधवार को स्कूली छात्र देवराज की मौत के बाद पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद उसके घर पहुंचे। उन्होंने देवराज के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। गुलाबचंद कटारिया ने मृतक देवराज के पिता को 4 लाख 12 हजार रुपए का चेक सौंपा। यह राज्य सरकार की ओर से मुआवजे की पहली किस्त थी। इस दौरान विधायक फूल सिंह मीना और ताराचंद जैन भी मौजूद रहे।