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'बॉलीवुड में एंट्री को तैयार राहुल द्रविड़' बायोपिक के सवाल पर दिया मजेदार जवाब

राहुल द्रविड़ से सवाल पूछा गया कि अगर आपकी बायोपिक बनती है तो उसमें आप किस अभिनेता को अपना रोल निभाते देखना चाहेंगे? इस पर द्रविड़ ने मजाकिया लहजे में जवाब दिया- 'अगर पैसा ज्यादा मिलते हैं, तो मैं खुद यह रोल करना चाहूंगा।' ये कहते ही राहुल द्रविड़ जोर से हंसने लगे साथ ही वहां मौजूद लोग भी खुद को हंसने से नहीं सके।

'बॉलीवुड में एंट्री को तैयार राहुल द्रविड़' बायोपिक के सवाल पर दिया मजेदार जवाब

भारतीय क्रिकेट टीम को विश्वविजेता बनाने वाले कोच फैमिली संग क्वालिटी टाइम बिता रहे हैं। इसी बीच हाल में राहुल द्रविड़ मुंबई में आयोजित सीएट क्रिकेट सम्मान समारोह में नजर आएं, जहां उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया था। इस कार्यक्रम में जब अचानक से राहुल द्रविड़ से बॉलीवुड डेब्यू यानी एक्टिंग को लेकर भी सवाल पूछे गए, जिस पर उन्होंने ऐसा जवाब दिया कि सभी हैरान रह गए।

'अगर पैसा ज्यादा मिलते हैं, तो मैं खुद यह रोल करना चाहूंगा'

इस अवॉर्ड शो के दौरान राहुल द्रविड़ से सवाल पूछा गया कि अगर आपकी बायोपिक बनती है तो उसमें आप किस अभिनेता को अपना रोल निभाते देखना चाहेंगे? इस पर द्रविड़ ने मजाकिया लहजे में जवाब दिया- 'अगर पैसा ज्यादा मिलते हैं, तो मैं खुद यह रोल करना चाहूंगा।' ये कहते ही राहुल द्रविड़ जोर से हंसने लगे साथ ही वहां मौजूद लोग भी खुद को हंसने से नहीं सके।

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इस कार्य़क्रम में राहुल द्रविड़ ने वनडे विश्व कप 2023 और टी20 विश्व कप 2024 को लेकर भी बात की और कहा कि वो मानते हैं कि कभी कभी थोड़ी सी किस्मत भी बड़े मैच के नतीजों को प्रभावित कर सकती है। जिसके लिए उन्होंने वनडे विश्व कप फाइनल में भारत को आस्ट्रेलिया से मिली दिल तोड़ने वाली हार और अपनी टीम की टी20 विश्व कप फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार जीत का उदाहरण दिया।

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 वनडे विश्वकप को लेकर कही दिल छूने वाली बात

राहुल द्रविड़ ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो, मैं कुछ भी अलग नहीं करना चाहता था। मुझे लगता है कि हमने वनडे विश्व कप में एक शानदार अभियान चलाया। रोहित और टीम, उस वनडे विश्व कप में शामिल सभी लोगों ने, हमने एक शानदार अभियान चलाया। हम इससे बेहतर तैयारी नहीं कर सकते थे, न इससे बेहतर प्लानिंग और खुद को अमल कर सकते थे। हमने लगातार 10 मैच जीतने के लिए जो किया, वही पूरे टूर्नामेंट में हमारी मानसिकता था। हमें जो सही लगा, हमने किया। मैं भारत में एक खिलाड़ी के रूप में कभी भी विश्व कप का हिस्सा नहीं रहा हूं, लेकिन एक कोच के रूप में एक शहर से दूसरे शहर जाने और बस चलकर यह देखने का अनुभव कि इस देश के लोगों के लिए इस खेल का क्या मतलब है, अभूतपूर्व था। यह अविश्वसनीय था। हम फाइनल में हार गए और ऑस्ट्रेलिया ने उस दिन हमसे बेहतर क्रिकेट खेला। वे एक बेहतर टीम थी और उन्हें बधाई। खेल में ऐसा हो सकता है और खेल इसी के बारे में है’।