Bahraich News: ‘आदमखोर’ पर कब कसेगी नकेल ? खौफ में जीने को मजबूर ग्रामीण, घरों में लगवाए जा रहे दरवाजे, ग्राउंड जीरो पर
भेड़िये के हमले को लेकर इस इलाके में तरह-तरह की बातें स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा कही जाने लगी हैं। कुछ ग्रामीणों का कहना है जिस घर में दरवाजे नहीं थे, उन्ही घरों में भेड़िये ने हमला किया है ।
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में 9 मासूमों और एक अन्य समेत कुल 10 लोगों को निवाला बनाकर इलाके में आतंक मचाने वाले नरभक्षी भेड़िया वन विभाग की पकड़ से कोसों दूर है। तकरीबन 50 लोगों को ये भेड़िए घायल कर चुके हैं। 6 भेड़िए थे, जिसमें चार पकड़े गए है शेष दो भेड़िए आतंक मचाए हुए हैं। एक तरफ विभागीय अधिकारी इस नरभक्षी को पकड़ने के लिए सभी तरीके अपना रहे हैं वहीं दूसरी तरफ चालाक भेड़िया हर रात हमला कर दहशत फैला रहा है ।
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ग्रामीणों के बीच तरह-तरह की बातें
भेड़िये के हमले को लेकर इस इलाके में तरह-तरह की बातें स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा कही जाने लगी हैं। कुछ ग्रामीणों का कहना है जिस घर में दरवाजे नहीं थे, उन्ही घरों में भेड़िये ने हमला किया है । तो कुछ ग्रामीणों का कहना है कि ये भेड़िये का बदला भी हो सकता है। लेकिन हकीकत क्या है ये जानने के लिए हमारी टीम ने कुलाइला गाँव के उस परिवार से बातचीत की जहां सबसे पहले भेड़िये का हमला हुआ था।
ग्राउंड जीरों पर क्या है हाल
ग्राउंड जीरो से जब हकीकत पता की गयी तो जानकारी मिली कि महसी तहसील के तकरीब 5 दर्जन से अधिक ऐसे गांव हैं, जिन गांवों में बने अधिकांश घरों में लोगों ने दरवाजा नहीं लगाया था। लेकिन जब भेड़िया का हमला शुरू हुआ तो वन विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मदद से ग्रामीणों के घरों में दरवाजे लगवाए गए हैं । ग्रामीणों ने खुद बताया कि पहले कभी ऐसा नहीं हुआ इसलिए चौखट पर दरवाजा नहीं लगाया, हालांकि अब भेड़िये के दहशत से लोग दरवाजा लगाना शुरू कर दिए हैं।
रिपोर्ट - सुधीर पाल