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प्रियंका गांधी पर सस्पेंस खत्म, चुनाव लड़ने से प्रियंका का किनारा, प्रियंका के चुनाव न लड़ने की आखिर क्या है वजह?

अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस ने पत्ता खोल दिया और इसी के साथ ये भी साफ हो गया की प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी. लेकिन प्रियंका के चुनाव न लड़ने की आखिर क्या वजह है.

प्रियंका गांधी पर सस्पेंस खत्म,  चुनाव लड़ने से प्रियंका का किनारा, प्रियंका के चुनाव न लड़ने की आखिर क्या है वजह?

अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस ने पत्ता खोल दिया और इसी के साथ ये भी साफ हो गया की प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी. लेकिन प्रियंका के चुनाव न लड़ने की आखिर क्या वजह है.

चुनाव नहीं लड़ेंगी प्रियंका

लंबे समय से राजनीति गलियारों में चर्चाएं थी कि प्रियंका गांधी अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत करने जा रही है. वो अमेठी और रायबरेली दोनों में से किसी एक सीट पर चुनाव लड़ सकती हैं. कयासों का ये दौरा लंबे समय तक चला लेकिन इन कयासों पर विराम तब लगा जब कांग्रेस ने उम्मीदावरों की नई लिस्ट जारी कर दी.

प्रियंका गांधी पर सस्पेंस खत्म

कांग्रेस ने यूपी की अमेठी और रायबरेली सीट को लेकर जारी सस्पेंस को खत्म कर दिया. पार्टी ने रायबरेली से राहुल गांधी को चुनावी मैदान में उतारा. तो वहीं अमेठी से गांधी परिवार के सबसे करीबी लोगों में से एक किशोरी लाल शर्मा को टिकट दिया गया. दोनों ने अपना पर्चा भी भर दिया है.

लिस्ट आने के बाद ये तो साफ हो गया की रायबरेली में मां की विरासत को राहुल गांधी आगे बढ़ाने के लिए चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. वहीं अमेठी से गैर गांधी परिवार का सदस्य चुनाव लड़ेगा. लेकिन आखिर प्रियंका गांधी चुनाव क्यों नहीं लड़ रही हैं इसे लेकर राजनीतिक मयाने तलाशे जा रहे हैं.

चुनाव लड़ने से प्रियंका का किनारा

हालांकि जब प्रियंका गांधी से चुनाव न लड़ने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए किसी को संचालन भी तो करना होगा.

रायबरेली और अमेठी सीट कांग्रेस की प्रतिष्ठित सीट हैं. यही वजह है इस पर काफी गहन विचार विमर्श करने के बाद उम्मीदवारों की घोषणा की गई है. माना जा रहा था कि इस लोकसभा चुनाव से प्रियंका गांधी अपनी चुनावी पारी शुरू कर सकती हैं, लेकिन उन्होंने फिलहाल चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है.

प्रियंका के चुनाव न लड़ने की क्या वजह?

प्रियंका देश भर में कांग्रेस के प्रचार अभियान में केंद्रीय भूमिका निभा रही हैं. राहुल गांधी के साथ उनके भी चुनाव लड़ने से कांग्रेस के दोनों स्टार प्रचारक अमेठी, रायबरेली में उलझ जाते. इसीलिए रणनीति ये बनी कि के.एल. शर्मा की मदद के लिए प्रियंका अमेठी में जमी रहेंगी और साथ ही देश भर में प्रचार भी करेंगी.

हालांकि, सोनिया गांधी चाहती थीं कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों चुनाव लड़ें. सोनिया ने इसको लेकर दोनों से बात भी की, लेकिन प्रियंका गांधी ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया. लेकिन सूत्रों की माने तो राहुल अगर केरल के वायनाड और रायबरेली दोनों से जीतते हैं, तो जो सीट वो छोड़ेंगे वहां से प्रियंका गांधी लड़ सकती हैं. केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर लोकसभा चुनाव के दूसरे फेज में ही वोटिंग हो चुकी है. कांग्रेस को भरोसा है कि वह अपने गढ़ रायबरेली और अमेठी में फिर से चुनाव जीत सकती है.

कांग्रेस के दावे और वादे में कितना दम है, ये तो 4 जुन को पता चलेगा लेकिन प्रियंका के चुनाव न लड़ने का फैसला कांग्रेस के लिए कितना सही साबित होता है ये भी देखना होगा.