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UP News: जेपी सेंटर पर सियासत जारी! अखिलेश यादव ने बीच सड़क किया माल्यार्पण, सपा कार्यकर्ताओं का जोरदार हंगामा

उत्तर प्रदेश में सियासी बवाल मचा है। अखिलेश यादव जेपी सेंटर जाकर श्रद्धांजलि देना चाहते हैं, लेकिन सरकार ने रोक लगा दी है। अखिलेश के घर के बाहर बैरिकेडिंग कर दी गई है और पुलिस बल तैनात है। जानिए इस विवाद के पीछे का कारण। 

UP News: जेपी सेंटर पर सियासत जारी! अखिलेश यादव ने बीच सड़क किया माल्यार्पण, सपा कार्यकर्ताओं का जोरदार हंगामा

उत्तर प्रदेश की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। राजधानी लखनऊ में जेपी सेंटर जाने को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव जेपी सेंटर जाकर श्रंद्धांजलि देने पर अड़े हैं लेकिन दूसरी ओर राज्य सरकार ने उनक कैंपस में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो भी वायरल हुए जहां जेपी सेंटर गेट पर टीन की दीवार लगा दी है। वहीं, अखिलेश यादव का कहना है जबतक वह जेपी सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण नहीं करेंगे तबतक वह शांत नहीं बैठेंगे। दूसरी ओर अखिलेश यादव आवास से नई जेपी की नई मूर्ति के साथ निकले हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं के सामने माल्यार्पण किया। वहीं, आवास के सामने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और रास्ता बंद है। पुलिस-सपा कार्यकर्ताओं मे तीखी बहस छिड़ी है।

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अखिलेश यादव के घर के बाहर बैरेकेडिंग 

जानकारी के अनुसार, अखिलेश यादव के आवास के बाहर बैरिकेडिंग कर दी गई है। वहीं, सपा चीफ की सुरक्षा में तनाव पुलिस बल के अलावा किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं है। पुलिस ने अखिलेश यादव के घर की तरफ जाने वाले दोनों रास्तों पर लगभग दो सौ मीटर तक बैरिकेडिंग लगा दी है। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि- भाजपाई लोग हो या फिर इनकी सरकार,इनका हर कार्य नकारात्मकता का प्रतीक है। उन्होंने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि पिछले बार की तरह इस बार भी जय प्रकाश नारायण जी की जयंती पर उनकी मूर्तिय पर माल्यापर्ण बिना करके न चले न जाए,इसलिए हमे रोकने के लिए निजी आवाज पर बैरीकेडिंग कर दी गई है। 

अखिलेश यादव के आवाज के बाहर हंगामा

वहीं, सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के घर के बाहर बैरिकैडिंग करने से सपा कार्यकर्ता आक्रोशित हो उठे और अखिलेश यादव के घर से होकर गुजरने वाले विक्रमादित्य मार्ग पर प्रदर्शन कर रही है। वहीं,पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोका हुआ है। मौके पर आला-अधिकारी मौजूद हैं। आप ये वीडियो देखकर हंगामे का अंदाजा लगा सकते हैं।

"सिंहासन खाली करो जनता आती है"
-लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी।

— Raghvendra Yadav (@RaghvendrA2Y)


आखिर क्यों गरमाई यूपी की सियासत

दरअसल, सूबे के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव का मानना था कि लखनऊ में लोकनायक जयप्रकाश नारायण का स्मारक बनाया जाए,जिसके लिए प्लान भी तैयार हो चुका था हालांकि ये सफल होने से पहले सत्ता में मायावती सरकार आ गई और इस कार्य पर रोक लगा दी गई। वहीं, जब 2012 में एक बार फिर से सत्ता सपा के हाथ तो अखिलेश यादव ने पिता का सपना पूरा करते हुए लोहिया पार्क के एक हिस्से में जेपी की मूर्ति बनाने की योजना बनाई। हालांकि, ये पार्क लखनऊ डेवलपमेंट एथॉरिटी के हिस्से आते है। इसलिए ये जिम्मेदारी उसे सौंपी गई। 2016 में अखिलेश यादव ने इसका उद्घाटन किया। ये सपा सरकार का मेगा प्रोजेक्ट था। जिसमें 18 मंजिला इमारत बनाई गए,हालांकि 2017 में सपा सरकार सत्ता से चली गई और बीजेपी के आती ही निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई और निर्माण कार्य से जुड़े जांच के आदेश दिये गए। जहां CAG ने रिपोर्ट में कहा था कि निर्माण में लापरवाही बरती गई है। कई काम तो बिना टेंडर के कराए गए हैं, यहां तक केवल एसी देखने के लिए एलडीए अधिकारी चीन गए। मामला हाईकोर्ट भी गया लेकिन सपा को झटका मिला। वहीं सपा ने राज्य सरकार पर जेंपी सेंटर बेचने की तैयार का आरोप लगाया था। जिसके बाद से अखिलेश यादव इस मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरते आए हैं। यहीं कारण रहा कि अखिलेश बीते चाल JPNIC का गेट बंद होने पर द्वार फांदकर प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंच गए थे।