UP में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स पर होगी पैसों की बरसात ! योगी सरकार ने लिया बड़ा फैसला
Uttar Pradesh Government social media policy: लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद, उत्तर प्रदेश सरकार ने सोशल मीडिया पॉलिसी पास की है, जिसमें प्रभावशाली सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को सरकार के प्रचार के लिए 2-8 लाख रुपये तक दिए जाएंगे। जानिए कैसे इस नई नीति से बीजेपी अपनी सोशल मीडिया उपस्थिति को मजबूत करने की तैयारी कर रही है।
Yogi government social media strategy: लोकसभा चुनाव में जिस प्रदेश की सभी सीटें जीतने का बीजेपी दावा कर रही थी,चुनाव में वही धोखा दे गया। 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश में कभी 63-64 सीटों पर जीत का परचम लहराने वाली भारतीय जनता पार्टी 30-35 सीटों के बीच सिमट के रह गई। कुलमिलाकर,यूपी में बीजेपी का प्रदर्शन खराब रहा। ऐसे में फिर से पार्टी जमीनी स्तर पर खामियों को दूर करने में लगी है। यूपी में बीजेपी की हार की मुख्य वजह सोशल मीडिया पर विपक्ष का एक्टिव रहना और हावी होना माना गया। इसी कड़ी में योगी सरकार सोशल मीडिया पॉलसी लाने की तैयारी कर रही है। जिसके अनुसार, अब अच्छी रीच और फेम रखने वाले सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को 2-8 लाख रुपए तक मिल सकते हैं।
ये भी पढ़ें-
कैबिनेट में पास हुई सोशल मीडिया पॉलसी
दरअसल, उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने बुधवार को सोशल मीडिया पॉलसी पास कर दी है। हालांकि, कैबिनेट मीटिंग के बाद होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका जिक्र नहीं किया गया। जानकारी के अनुसार, एक्स,यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर्स को फॉलोअर्स के हिसाब से पैसा दिया जाएगा। शर्त होगी उन्हें यूपी सरकार के लिए प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया के माध्यम से करना होगा। इतना ही नहीं जो इन्फ्लुएंसर्स ये करते हैं उन्हें सूचना विभाग में रजिस्ट्रेशन करना होगा। वहीं अगर सरकार को लगता है कि कोई इंफ्लूएंसर अभद्र,अश्लील और राष्ट्रविरोधी चीजें कर रहे है तो उनपर कार्रवाई भी की जा सकती है।
सोशल मीडिया की अलग-अलग कैटिगरी
यूपी सरकार ने सोशल मीडिया एप्स पर इन्फ्लुएंसर्स की अलग-अलग कैटिगिरी तैयार की है। जिन्हें 4 ग्रुप में बांटा गया है और इसी हिसाब से उन्हें 2,3,4,5 लाख रुपए मिलेंगे। वहीं यूट्यूब के लिए अलग से 4 श्रेणी तैयार की गई हैं। जहां फॉलोवर्स के हिसाब से 4,6,7,8 लाख रुपए हर महीने देने की योजना है। बता दें, यूपी से पहले अशोक गहलोत के कार्यकाल में राजस्थान सरकार भी ऐसी पॉलिसी लाई जा चुकी है हालांकि,अब इसे भजन लाल सरकार ने बदल दिया है।
चुनावी हार के बाद सोशल मीडिया पर फोकस
लोकसभा चुनाव में यूपी बीजेपी के खराब प्रदर्शन से सबके लेते हुए भारतीय जनता पार्टी के साथ उत्तर प्रदेश सरकार भी एक्टिव हो गई है। जिसके तरह सोशल मीडिया को और प्रभावी बनाये जाने पर काम किया जा रहा है। वहीं चुनावी बैकठों में पार्टी नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं तो जमीनी स्तर संग सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने का निर्देश जारी किया है।