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UP News: कौन है जरायम की दुनिया में खौफ का दूसरा नाम सुंदर भाटी? जिसकी रिहाई पर छिड़ा संग्राम,जानें

उत्तर प्रदेश में अपराधियों की फेहरिस्त पुरानी है। इन्ही में से एक है बाहुबली सुंदर भाटी। जो जेल से रिहा हो चुका है। ऐसे में जानेंगे आखिर सुंदर भाटी कौन है और ये अपराध की दुनिया में बड़ा नाम कैसे बना। 

UP News: कौन है जरायम की दुनिया में खौफ का दूसरा नाम सुंदर भाटी? जिसकी रिहाई पर छिड़ा संग्राम,जानें

उत्तर प्रदेश और बाहुबलियों का पुराना नाता रहा है। पर्दे के पीछे बड़े-बड़े खेलों को अंजाम दिया गया है, इन्हीं में एस बाहुबली ऐसा भी था। जिसके नाम सुनते ही पसीने छूट जाते थे,लोगों की आखों में खौफ का डर दिखाई देता था। ग्रेटर नोएडा के छोटे से गांव में एक लड़का रहता था। अब तो इसे नोएडा के नाम से जाना जाता है लेकिन जब ये लड़का आगे बढ़ रहा था, उस वक्त न तो नोएडा और न ग्रेटर नोएडा।  पूरा इलाका बलंदशहर औऱ गाजियाबाद में आता था। 80 का दशक ख़त्म हो रहा था और यहां दो गुटों की गैंगवार ने सभी की नाक में दम कर रखा था, क्या पुलिस तो क्या प्रशासन। 80 के दशक में सतबीर गुर्जर-महेंद्र फौजी की अदावत जगजाहिर थी, दो सालों में बदमाशों ने एक-दूसरे को ढेर कर दिया। इसके बाद उदय हुआ  नरेश भाटी और सुंदर भाटी का। 

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अपराध की दुनिया में सुंदर भाटी की एंट्री 

नरेश और सुंदर भाटी धीरे-धीरे अपराध की दुनिया में सक्रिय होते गए। 1997 तक सुंदर को हर कोई पहचानने लगा थे वह गौतम बुद्ध नगर बनने के बाद कारोबारियों से वसूली करने लगा। लोगों को डराना-धमकान उसका रोज का काम बन गया था। इसी बीच नरेश भाटी ने राजनीति का रूख कया और जिला पंचायत अध्यक्ष बना हालांकि उसकी कई सालों तक ना चल पाई और 2004 में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई। इस घटना में भी सुंदर भाटी पर गंभीर आरोप लगे थे, उसे गिरफ्तार भी किया गया था हालांकि सूबतों के अभाव से अदालत ने उसे बरी कर दिया। 

दोस्ती से दुश्मनी तक का सफर

अपराध की दुनिया में दोस्ती और दुश्मनी गहरी होती हैं। सुंदर और नरेश की दोस्ती भी काफी मशहूर थी, लेकिन समय के साथ ये दोस्ती दुश्मनी में बदल गई। गैंगवार में नरेश भाटी की मौत हो गई, और इसके बाद सुंदर भाटी ने अपनी पत्नी को दनकौर का ब्लॉक प्रमुख बनवाया। इस दौरान सुंदर ने हरेंद्र प्रधान से वसूली मांगी, पर पैसा न देने पर हरेंद्र की हत्या हो गई। इस मामले में सुंदर को 2021 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। ऐसे ही कई घटनाओं को अंजाम देकर अपराध की दुनिया में सुंदर धीरे-धीरे बड़ा नाम बन गया और हर कोई उसे डरना लगा। 

सुंदर भाटी पर हमले और गिरफ्तारी

2011 में सुंदर भाटी पर उसके विरोधियों ने हमला किया। एके-47 से ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गईं, पर सुंदर बच गया और इस हमले में तीन लोग मारे गए। इसके बाद 2014 में उसे नोएडा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। तभी से सुंदर जेल में है हालांकि उसपर राजनीतिक संरक्षण के आरोप पर लगते रहे हैं। इसी बीच यूपी में सरकार बदल गई और सत्ता बीजेपी के पास आ गई। इस दौरान माफियाओं पर तगड़ा एक्शन लिया गया और 2017 में योगी सरकार ने दर भाटी और उसके गिरोह पर कड़ा शिकंजा कसा। करोड़ों की संपत्ति कुर्क की गई और सुंदर पर हत्या, लूटपाट, रंगदारी, धमकी जैसे कई मामलों में 150 से अधिक केस दर्ज हैं। 

जेल से बाहर आया सुंदर भाटी 

इससे इतर हाल ही में हाई कोर्ट से सुंदर भाटी को सपा नेता हरेंद्र नागर और उनके सरकारी गनर की हत्या के मामले में जमानत मिल गई है और वह सोनभद्र जेल से रिहा भी हो गया है। अब वेस्ट यूपी में फिर से वर्चस्व को लेकर गैंगवॉर छिड़ सकती है, जिस पर योगी सरकार की भी नजरें टिकी हुई हैं।