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जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल ने भरी चुनावी हुंकार, अब बारी धुआंधार प्रचार की

कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. वो जेल से बाहर आ गए हैं. केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद 'आप के कार्यकर्ता गदगद हैं, तो दूसरी ओर केजरीवाल भी चुनाव को धार देने के लिए प्रचार में कूद पड़े हैं और शुरूआत बजरंगबली से आशीर्वाद लेने के बाद किया.

जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल ने भरी चुनावी हुंकार, अब बारी धुआंधार प्रचार की

कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. वो जेल से बाहर आ गए हैं. केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद 'आप के कार्यकर्ता गदगद हैं, तो दूसरी ओर केजरीवाल भी चुनाव को धार देने के लिए प्रचार में कूद पड़े हैं और शुरूआत बजरंगबली से आशीर्वाद लेने के बाद किया.

दिल्ली के सीएम का प्रचार,सत्ता की लड़ाई आर-पार?
51 दिनों तक जेल की सलाखों के पीछे रहने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल अब अंतरिम जमानत पर बाहर आ चुके हैं. 21 दिनों तक अब खुली हवा में सांस लेंगे.चुनावी माहौल है, ऐसे में अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आए तो मानों आम आदमी पार्टी में जान आ गई हो. आप के नेता और कार्यकर्ताओं खुशी से झूम उठे.

जमानत पर बाहर आए अरविंद केजरीवाल ने चुनावी प्रचार में कूदने से पहले दिल्ली के हनुमान मंदिर में जाकर दर्शन पूजन किया. इस दौरान उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान मौजूद रहे. सांसद संजय सिंह,  मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज और बड़ी संख्या में पार्टी समर्थक मौजूद थे. इससे पहले मंत्री गोपाल राय भी हनुमान मंदिर पहुंचे थे. पूजा-अर्चना के बाद केजरीवाल ने आप कार्यालय पहुंचकर प्रेस कांफ्रेंस की और बीजेपी पर एक के बाद एक प्रहार किए.

यहीं नहीं अरविंद केजरीवाल ने ये तक कह डाला कि अगर बीजेपी जीतती है, तो यूपी से योगी आदित्यनाथ का सफाया हो जाएगा. तो वहीं बीजेपी की सीट घटने का दावा किया और दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने की बात भी कह डाली.

केजरीवाल के पास 21 दिन का समय
केजरीवाल के पास 21 दिन का समय है. इन 21 दिनों में दिल्ली,  हरियाणा और पंजाब में चुनाव है. अरविंद केजरीवाल इन 21 दिनों में पार्टी को मजबूती देने और प्रचार को धार देने की हर कोशिश करेंगे, लेकिन केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद जमीन पर इसका कितना असर होता है और केंद्र की सत्ता पर इसका कितना असर होता है ये देखना होगा.