केजरीवाल के पीए विभव की जमानत याचिका पर सुनवाई, वकील ने कौरवों और द्रौपदी का किया जिक्र, कोर्ट ने दी पांच दिन की रिमांड
दिल्ली, सीएम केजरीवाल ने निजी सचिव विभव कुमार की जमानत याचिका पर सोमवार को कोर्ट में सुनवाई हो रही है. विभव के वकील ने उन्हें बचाने के लिए कोर्ट में कौरवों और द्रौपदी का जिक्र किया. कोर्ट नें विभव को पांच दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट के मामले में दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के बाद कोर्ट ने विभव को पांच दिन का पुलिस रिमांड में भेज दिया है.दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के करीबी विभव कुमार के वकील ने उनको बचाव में कोर्ट में अपनी दलील पेश करते हुए कौरवों और द्रौपदी का जिक्र किया. इस समय स्वाति मालीमाल कोर्ट के सामने रोने लगी.
विभव के वकील ने अपनी दलील पेश करते हुए कहा कि स्वाति मालीवाल ने सीएम हाउस के ड्राइंग रूम को जानबूझकर चुना था क्योंकि वहां पर कोई सीसीटीवी नहीं है. वह जानती थीं कि वहां सीसीटीवी नहीं है. उसने उसने अपनी इस जगह को चुना ताकि वह बाद में सुविधा के अनुसार आरोप लगा सके. उन्होंने कहा कि ये एक तरह से सुनियोजित था. मेरे मुवक्किल की छवि जानबूझकर खराब की जा रही है क्योंकि उन्हें (मालीवाल) लगता है कि केजरीवाल से मिलने नहीं देने के लिए विभव जिम्मेदार हैं. वकील ने कहा कि घटना के दिन एसएचओ ने कोई मेडिकल जांच नहीं कराई थी.
विभव के वकील ने आगे कहा कि कि जो धारा मेरे मुवक्किल पर लगाई गई है. उसका मतलब है कि निर्वस्त्र करने के इरादे से हमला करना. वह कह रही हैं कि उसकी शर्ट ऊपर उठ गई थी. लेकिन निर्वस्त्र करने का इरादा अलग बात है. अगर प्राचीन समय में देखें तो ये अपराध कौरवों पर लागू होता था, जिन्होंने द्रौपदी का चीरहरण किया था. लेकिन इस मामले में निर्वस्त्र करने का इरादा नहीं है? लेकिन मालीवाल के बयानों पर गौर करें तो इस मामले में ये आकस्मिक स्थिति है.
वकील ने आगे कहा मालीवाल का आरोप है कि विभव ने उनसे कहा कि तू कैसे हमारी बात नहीं मानेगी? क्या बात? कोई बातचीत ही नहीं हुई. उन्होंने कहा कि उनकी केजरीवाल से मुलाकात से मुलाकात ही नहीं हो पाई. उन्होंने कहा कि वह (विभव) आए और थप्पड़ मारने लगे. कोई ऐसा क्यों करेगा? क्या कोई सीएम के घर जैसी जगह पर ऐसी हरकत करेगा, जहां इतनी सिक्योरिटी है. मेडिकल तीन से चार दिन बाद हुआ. दिल्ली पुलिस के बनाए हुए काफी केस देखे लेकिन ऐसा केस नहीं देखा. विभव कुमार वहां मौजूद थे क्योंकि मालीवाल ने उन्हें बुलाया था. रही बात चोटों के निशान की तो इन्हें खुद भी बनाया जा सकता है. ऐसा लग रहा कि जैसे सब कुछ प्लानिंग के तहत किया गया.
मैं और मेरा परिवार ट्रॉमा में जी रहे हैं- स्वाति
कोर्ट में सुनवाई के दौरान स्वाति मालीवाल ने कहा कि मुझे बुरी तरह मारा गया है, मैंने शिकायत की. पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बोला है कि मैं बीजेपी की एजेंट हूं. जिनके घर में मुझे मारा गया, वो आरोपी को लेकर कभी लखनऊ तो कभी कहीं और लेकर जा रहे हैं. इनके पास बहुत बड़ी मशीनरी है. ट्रोल्स की मशीनरी है. इन्होने पूरी मशीनरी मेरे पीछे झोंक दी है.
मालीवाल ने आगे कहा कि मामूली पीए नहीं है, इसे जो फैसिलिटीज मिलती है, वो मंत्रियों को भी नहीं मिलती. इनके पास ट्रोल्स की बड़ी मशीनरी है. पार्टी के सभी नेताओं को मेरा साथ नहीं देने की चेतावनी दी गई है ताकि मैं अपनी शिकायत वापस ले सकूं. मैं और मेरा परिवार ट्रॉमा में जी रहे हैं. ये आदमी सामान्य नही है. अगर बाहर विभव आता है तो मुझे और मेरे परिवार को जान का खतरा है.
दिल्ली पुलिस के वकील ने रखा अपना पक्ष
स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट के मामले में दिल्ली पुलिस के वकील ने पक्ष रखते हुए कहा कि आप बिना किसी उकसावे के एक महिला को पीट रहे थे. उसे घसीट रहे थे. मैं पूछता हूं कि क्या इससे मौत नहीं हो सकती थी. आप इस तरह एक महिला को पीट रहे थे कि उसकी शर्ट के बटन खुल गए थे. यहां मंशा का सवाल नहीं है. आप कह रहे हैं कि वह (मालीवाल) विभव की छवि खराब करने के इरादे से एक मकसद के तहत वहां पहुंची थीं. वह मौजूदा सांसद है. वह दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष रहे चुकी है.