क्या कंगना और बीजेपी के रिश्तों में आ गई है दरार? ऐसा क्या किया नड्डा ने, हर कोई हैरान
हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से सांसद रनौत 2020-21 के किसानों के विरोध प्रदर्शन के बारे में अपनी टिप्पणी के कारण विवादों में घिर गई हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर मजबूत नेतृत्व नहीं होता तो इन विरोध प्रदर्शनों से बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी।
भाजपा सांसद कंगना रनौत, जो वर्तमान में किसानों के विरोध पर अपनी विवादास्पद टिप्पणियों के लिए आलोचना का सामना कर रही हैं उनको पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा ने तलब किया। यह बैठक दिल्ली में नड्डा के आवास पर हुई और लगभग 30 मिन ट तक चली। उनकी चर्चा के बाद नड्डा आगामी हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए रवाना हो गए।
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कहानी क्यों मायने रखती है?
हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से सांसद रनौत 2020-21 के किसानों के विरोध प्रदर्शन के बारे में अपनी टिप्पणी के कारण विवादों में घिर गई हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर मजबूत नेतृत्व नहीं होता तो इन विरोध प्रदर्शनों से बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी। अभिनेत्री से नेता बनी अभिनेत्री ने यह भी दावा किया कि अब निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान "शवें लटक रही थीं और बलात्कार हो रहे थे"।
बीजेपी ने रनौत की टिप्पणी से खुद को अलग किया
बीजेपी ने रनौत की टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया है और उन्हें भविष्य में ऐसे बयान देने से परहेज करने की हिदायत दी है। पार्टी ने स्पष्ट किया कि वह पार्टी नीति के मुद्दों पर टिप्पणी करने के लिए न तो अधिकृत थीं और न ही उन्हें अनुमति दी गई थी। बीजेपी ने एक बयान में कहा, ''किसान आंदोलन के संदर्भ में बीजेपी सांसद कंगना रनौत का बयान पार्टी की राय नहीं है.''