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Diljit Dosanjh के कॉन्सर्ट के टिकटों की कीमत के बहस के बीच, Gurdas Maan बोले 'महंगाई कितनी है बाबाजी'

Diljit Dosanjh: गुरदास मान ने कहा कि महंगाई कितनी है बाबाजी! 19 हजार मेरे हिसाब से उस वक्त के टिकटों के हिसाब से कम ही हैं। उस वक्त सौ रुपये की क्या कीमत थी सौ की कीमत हजार लगा लीजिए तो कितने बनते हैं, है न! जो शो देखने वाले हैं उनके लिए ये सारी चीजें, 19 हजार मायने नहीं रखते।

Diljit Dosanjh के कॉन्सर्ट के टिकटों की कीमत के बहस के बीच, Gurdas Maan बोले 'महंगाई कितनी है बाबाजी'
Diljit Dosanjh

Diljit Dosanjh: दिलजीत दोसांझ मौजूदा समय में 'दिल-लुमिनाती वर्ल्ड टूर' पर हैं। एक्टर-सिंगर दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट की टिकट की कीमत पर बावल मचा हुआ है। सोशल मीडिया पर इसको लेकर तमाम रिएक्शन भी आए और अब सोशल मीडिया फेमस पंजाबी सिंगर गुरदास मान ने भी इस पर रिएक्शन दिया है।

क्या बोले गुरदास मान?

हाल ही में एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने कहा था कि 'एक इंडियन आर्टिस्ट को कॉन्सर्ट टिकट के लिए 20-25 हजार रुपये चार्ज करने का कोई हक नहीं है।' दिलजीत के दिल्ली शो में सबसे महंगा टिकट 19 हजार रुपये से ज्यादा का है और इन्फ्लुएंसर का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर इसे लेकर डिबेट भी शुरू हो गई। जिसके बाद पंजाबी म्यूजिक आइकॉन गुरदास मान ने दिलजीत के कॉन्सर्ट में टिकट के महंगे प्राइस का बचाव किया है।

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यूनाइटेड किंगडम में हुए शोज पर बात करते हुए गुरदास ने कहा, 'यूके में तो ये नहीं है कि शो के लिए थोड़ी अनाउंसमेंट हो जाए, थोड़ा सा भर जाएगा या किसी से प्रमोशन करवा दो। वहां जाने से पहले ही शो सोल्ड-आउट हो चुके होते हैं। पहुंचने के बाद तो जो दो-चार सीटें बची होती हैं वो भी लोग ले लेते हैं। वो भी चाहते हैं कि हम पहली सीट पर आ जाएं। पहली सीटें वो लोग लेते हैं जो आशिक होते हैं, करीबी होते हैं (आर्टिस्ट के), चाहे घर बिक जाए ऐसे भी आशिक हैं।'

'शो देखने वालों के लिए 19 हजार नहीं रखते मायने'

आगे गुरदास मान ने कहा कि, 'महंगाई कितनी है बाबाजी! 19 हजार मेरे हिसाब से उस वक्त के टिकटों के हिसाब से कम ही हैं। उस वक्त सौ रुपये की क्या कीमत थी सौ की कीमत हजार लगा लीजिए तो कितने बनते हैं, है न! जो शो देखने वाले हैं उनके लिए ये सारी चीजें, 19 हजार मायने नहीं रखते। 19 हजार उन लोगों के लिए हैं जो सामने बैठकर देखना चाहते हैं। बाकियों के लिए पीछे खुला भी है। हमारे शोज में भी होता है ऐसा। सुनने की जो तलब है, जो ख्वाहिश है, वो मायने रखती है।'