Mukesh Khanna ने सुपरस्टार्स पर कसा तंज, निकाली भड़ास, कहा- 'बंदर बन गए हैं'
Mukesh Khanna News: मुकेश खन्ना अब भले कम फिल्में करते हैं, मगर अपनी बेबाक बातों की वजह से खबरों में रहते हैं। इन्हीं सब के बीच उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट लिखा है और इस पोस्ट के जरिए उन्होंने पान मसाला और शराब के ब्रांड का विज्ञापन करने वालों को लताड़ लगाई है।
Mukesh Khanna On Pan Masala: मुकेश खन्ना ने अपने नए पोस्ट के जरिए पान मसाला और शराब के ब्रांड का ऐड करने वाले सितारों पर तंज कसा है। उन्होंने अपने पोस्ट के जरिए ऐसे विज्ञापन करने वालों सितारों को 'बंदर' कहा है। बता दें कि शाहरुख खान, अक्षय कुमार, अजय देवगन , टाइगर श्रॉफ, अमिताभ बच्चन और महेश मांजरेकर समेत अन्य सितारे भी पान मसाला का विज्ञापन करने लिए काफी बार ट्रोल हो चुके हैं। अब इन सितारों का बिना नाम लिए मुकेश खन्ना ने भी तंज किया है।
मुकेश खन्ना ने अपने इंस्टग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया है। इस पोस्ट में उन्होंने पान मसाला और शराब के ब्रांड का विज्ञापन करने वाले बड़े सितारों पर कटाक्ष किया है। उन्होंने लिखा, "क्या विज्ञापन की दुनिया ग्लैमर की दुनिया बन गई है, पैसे की दुनिया बन गई है? पैसे फेंको और शो देखो! यही इसका आधार बन गया है? पैसे दो और कुछ भी करवाओ।
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पैसा फैंक तमाशा देखों बन गई है दुनिया
इंस्टाग्राम पर मुकेश खन्ना ने लिखा, है, 'क्या विज्ञापन की दुनिया चकाचौंध की दुनिया, पैसों की दुनिया बन कर रह गई है? पैसा फैंक तमाशा देख! यही इसका आधार बन गया है?? पैसा दो और कुछ भी बुलवा लो। क्या मॉडल्स, एक्टर्स का मकसद सिर्फ पैसा कमाना ही रह गया है??'उनका जमीर,उनका दायित्व समाज के प्रति, युवाओं के प्रति नगण्य हो गया है। किसी भी चीज, किसी भी प्रोडक्ट के बारे में अच्छा बोलना चाहे वो कितनी भी बुरी क्यों ना हो, उनका धर्म बन गया है?? क्योंकि उन्हें इस काम के लिए पैसा मिल रहा है!! पैसा पैसा पैसा!!! कितना कमाओगे पैसा!! इसके बावजूद कि ये आपके पास जरूरत से ज्यादा भी है।'
बड़े-बड़े एक्टर्स को बताया बंदर
अजय देवगन और महेश मांजरेकर की तस्वीरों वाली मुकेश खन्ना की पोस्ट में आगे लिखा है,'जी हां मैं बड़े बड़े स्टार्स की बात कर रहा हूं। ऐड बनाने वाले मदारी बन गये हैं और कलाकार उनकी डुग डुगी पर बंदर नाच दिखा रहे हैं। फिर चाहे ये केसरिया आदाब क्यों ना हो, जंगली रमी क्यों ना हो, गुटका शराब क्यों ना हो। बिना प्रोडक्ट की विश्वसनीयता जांचे कुछ भी बोले चले जा रहे हैं ये लोग! क्यों? क्योंकि इसके लिए उन्हें बड़ी बड़ी रकमें दी जा रही हैं उनकी फीस के नाम पर।'समाज, युवा वर्ग, सेहत, लोगों के दिमाग़ पर उसका कितना बुरा असर पड़ रहा है ये कोई नहीं सोचता। ना सरकार,ना पुलिस, ना सोशल मीडिया चलाने वाले अनेकों प्लेटफार्म। कब रुकेगी ये गंदगी?? उससे बड़ी बात कौन रोकेगा ये गंदगी????'