इस विटामिन की कमी से महिलाओं में हो रही यह बीमारियां, जानें क्या है इलाज
विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत सूरज की रोशनी है, इसलिए रोज सुबह आधा घंटा धूप में बिताएं.
विटामिन डी हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत ज़रूरी पोषक तत्व है। इसकी कमी से कई तरह की समस्याएँ हो सकती हैं, लेकिन देखा गया है कि भारत में पुरुषों के मुक़ाबले महिलाएँ इस विटामिन से ज़्यादा पीड़ित हैं। बढ़ती उम्र के साथ इस विटामिन की कमी ज़्यादा देखी जाती है, लेकिन गर्भावस्था और प्रसव के बाद महिलाओं में आमतौर पर विटामिन डी, कैल्शियम और आयरन की कमी होने लगती है और अगर इन पर ध्यान न दिया जाए, तो कई तरह की समस्याएँ पैदा हो जाती हैं।
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नेचर जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, विटामिन डी की कमी से महिलाओं में हार्ट फ़ेलियर, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेशर का ख़तरा भी बढ़ जाता है। गर्भावस्था के दौरान कैल्शियम और विटामिन डी की कमी को प्री-एक्लेमप्सिया कहते हैं, जबकि इस दौरान होने वाली डायबिटीज़ को जेस्टेशनल डायबिटीज़ कहते हैं। कैल्शियम की कमी से आगे चलकर ऑस्टियोपोरोसिस होता है। आयरन की कमी से शरीर में एनीमिया होता है, जिससे महिलाओं में हीमोग्लोबिन कम होने लगता है।
विटामिन डी की कमी क्यों होती है?
- ज़्यादातर समय बंद घरों में रहने की वजह से महिलाओं में विटामिन डी की कमी बढ़ रही है।
- ज़्यादातर महिलाएँ पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनती हैं, जिससे सूरज की किरणें अवशोषित नहीं हो पातीं, इससे भी महिलाओं में विटामिन डी की कमी होती है।
- बच्चों को स्तनपान कराने वाली माताओं में कैल्शियम की कमी होती है और शरीर में विटामिन डी के अवशोषण के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी है। कैल्शियम की कमी से विटामिन डी भी बनता है।
विटामिन डी की कमी से होने वाली दिक्कतें
- विटामिन डी की कमी से अक्सर महिलाओं में थकान और कमजोरी होती है। अत्यधिक थकान भी विटामिन डी की कमी से होती है
- विटामिन डी की कमी से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर होती है, जिसके कारण महिलाएं अक्सर बीमार रहती हैं और किसी भी संक्रमण का जल्दी शिकार हो जाती हैं।
- विटामिन डी की कमी से महिलाओं में तनाव और डिप्रेशन के लक्षण भी अक्सर देखने को मिलते हैं।
- हड्डियों का कमजोर होना भी विटामिन डी की कमी से होता है, जिसके कारण हड्डियां और दांत कमजोर हो जाते हैं और अक्सर हाथ-पैरों के जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है।
विटामिन डी की कमी से कैसे पाएं निजात
- विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत सूरज की रोशनी है, इसलिए रोज सुबह आधा घंटा धूप में बिताएं।
- विटामिन डी से भरपूर आहार लें, अंडे, मछली, दूध का अधिक सेवन करें।
- अगर विटामिन डी का स्तर काफी कम हो गया है, तो आप विटामिन डी की दवा भी ले सकते हैं, अगर आप इसे हफ्ते में सिर्फ एक बार लेंगे, तो आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे।